नई दिल्ली: गुरुवार को कांग्रेस ने भारत सरकार का संयुक्त राष्ट्र में रूस के खिलाफ वोट ना करने और इससे दूरी बनाने के फैसले का समर्थन किया है. यूक्रेन-रूस संकट पर चर्चा के लिए संसद की सलाहकार समिति की बैठक में कई पार्टियों के वरिष्ठ नेता शामिल हुए. कांग्रेस की तरफ से राहुल गांधी और शशि थरूर मौजूद थे.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि यूक्रेन से भारतीयों को निकालने की प्रक्रिया देर से शुरू हुई थी लेकिन अब यह सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए.
सूत्रों ने बताया कि बैठक में राहुल गांधी ने चीन और पाकिस्तान के रूस के करीब आने का मुद्दा उठाया है. कांग्रेस नेताओं ने कहा कि हमारी तरफ से प्रतिक्रिया में देर हुई और सरकार की एडवाइजरी भ्रमित करने वाली थी.
इस पर सफाई देते हुए विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने जवाब दिया कि ‘छात्रों को उनकी शैक्षणिक स्थिति के बारे में संदेह था और यूक्रेनी सरकार स्थिति पर आश्वासन दे रही थी.’
साथ ही विदेश मंत्री ने वहां से छात्रों को वापस बुलाने और वर्तमान स्थिति के बारे में एक प्रेसेंटेशन भी दी.
वहीं बैठक में मौजूद कांग्रेस नेता शशि थरूर ने ‘व्यापक ब्रीफिंग’ और ‘स्पष्ट प्रतिक्रियाओं’ पर जयशंकर का आभार व्यक्त किया.
Excellent meeting of the Consultative Committee on External Affairs this morning on #Ukraine. My thanks to @DrSJaishankar & his colleagues for a comprehensive briefing & candid responses to our questions &concerns. This is the spirit in which foreign policy should be run. pic.twitter.com/Y3T3UIrm9z
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) March 3, 2022
बैठक के बाद जयशंकर ने कहा कि इस मुद्दे के रणनीतिक और मानवीय पहलुओं पर अच्छी चर्चा हुई है.
उन्होंने ट्वीट किया, ‘यूक्रेन में घटनाक्रम पर विदेश मंत्रालय की सलाहकार समिति की बैठक अभी पूरी हुई. मुद्दे के रणनीतिक और मानवीय पहलुओं पर अच्छी चर्चा हुई. यूक्रेन से सभी भारतीयों को वापस लाने के प्रयासों के समर्थन का मजबूत और सर्वसम्मत संदेश.’
Just completed a MEA consultative committee meeting on developments in Ukraine.
A good discussion on the strategic and humanitarian aspects of the issue.
Strong and unanimous message of support for efforts to bring back all Indians from Ukraine. pic.twitter.com/QU6I7wtr6d
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) March 3, 2022
बता दें कि भारत सरकार यूक्रेन से अपने नागरिक को निकालने के लिए अपनी कोशिशें तेज कर रही है. ‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत विशेष उड़ानों की व्यवस्था की गई है.
इस बीच, एडवाइजरी जारी होने के बाद से कुल 17,000 भारतीय नागरिक यूक्रेन से वापस आ चुके हैं और वहां फंसे बाकी छात्रों को निकालने के लिए ‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत उड़ानें बढ़ा दी गई हैं.
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