नई दिल्ली: रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष लगातार जारी है. दोनों देशों के बीच चल रही लड़ाई का आज आठवां दिन है. भारत अपने लोगों को वहां से निकालने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है जिसके लिए ऑपरेशन गंगा चलाया जा रहा है. वायुसेना भी इस ऑपरेशन में शामिल हो चुकी है. जो भारतीय छात्र यूक्रेन में फंसे है उन्हें निकलने के निर्देश देने के लिए एक वकील ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी. इस मामले की सुनवाई आज सुप्रीम कोर्ट में हुई जिस दौरान चीफ जस्टिस एनवी रमना ने कहा कि सरकार भारतीयों को निकालने के लिए अपनी काम कर रही है.
वहीं सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा कि, ‘हमें बुरा लग रहा है लेकिन क्या हम पुतिन को युद्ध रोकने के निर्देश दे सकते हैं?’
A lawyer approaches Supreme Court seeking directions to Govt of India for the evacuation of Indian students stranded in Ukraine.
A bench headed by CJI Ramana says that the Government of India is doing its work to evacuate Indians. pic.twitter.com/725FXLjlFA
— ANI (@ANI) March 3, 2022
भारत के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना ने कहा, ‘हमें छात्रों के साथ सहानुभूति है, हमें बहुत बुरा लग रहा है. लेकिन क्या हम रूस के राष्ट्रपति पुतिन को युद्ध रोकने का निर्देश दे सकते हैं?’
सुप्रीम कोर्ट ने अटॉर्नी जनरल के के वेणुगोपाल से रोमानिया की सीमा के पास यूक्रेन में फंसे कुछ भारतीय छात्रों को निकालने में मदद करने के लिए कहा है.
प्रधान न्यायाधीश एन वी रमण, न्यायमूर्ति ए एस बोपन्ना और न्यायमूर्ति हिमा कोहली की पीठ ने एक वकील की उन अर्जियों पर गौर किया , जिसमें कहा गया था कि रोमानिया की सीमा पर जमा देने वाली ठंड के बीच बड़ी संख्या में छात्र फंसे हैं और सरकार रोमानिया से उड़ानें संचालित नहीं कर रही है.
वकील ने पीठ को बताया कि, ‘उड़ाने पोलैंड और हंगरी से संचालित हो रही हैं, रोमानिया से नहीं। बड़ी संख्या में लड़कियों सहित छात्र बिना किसी सुविधा के वहां फंसे हुए हैं.’
इस पर पीठ ने कहा,‘हम सबको उनसे सहानुभूति है, लेकिन इसमें अदालत क्या कर सकती है.’
पीठ ने शीर्ष विधि अधिकारी से फंसे हुए छात्रों की मदद करने पर विचार के लिये कहा. कीव से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार रूस ने यूक्रेन पर हमले तेज कर दिए हैं.
भारतीयों को स्वदेश लाने में जुटी भारत सरकार
भारतीय वायु सेना ने बताया कि उसके चार विमान यूक्रेन में फंसे 798 भारतीयों को रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट, हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट और पोलैंड के शहर ज़ेज़ॉ से लेकर बृहस्पतिवार को हिंडन वायुसैनिक अड्डे पहुंचे.
वायु सेना ने बताया कि भारतीय वायु सेना का पहला विमान बुखारेस्ट से 200 यात्रियों को लेकर बुधवार देर रात करीब डेढ़ बजे हिंडन वायुसैनिक अड्डे पहुंचा। दूसरा विमान बुडापेस्ट से 210 भारतीयों को लेकर बृहस्पतिवार सुबह हिंडन वायुसैनिक अड्डे पर उतारा। इसके थोड़ी देर बाद ही, तीसरा विमान 208 नागरिकों के साथ ज़ेज़ॉ से यहां पहुंचा.
वहीं विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि बृहस्पतिवार को भारतीय वायुसेना, भारतीय विमानन कंपनियों की कुल 19 उड़ानें 3,726 भारतीयों को स्वदेश लाएंगी.
सिंधिया ने ट्विटर पर बताया कि ‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत भारतीय वायु सेना, ‘एअर इंडिया’ तथा ‘इंडिगो’ रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट से बृहस्पतिवार को आठ उड़ानें संचालित करेंगे.
मंत्री ने बताया कि ‘इंडिगो’ रोमानिया के सुसिवा शहर से दो उड़ानों और ‘स्पाइस जेट’ स्लोवाकिया के कोसिस शहर से बृहस्पतिवार को एक उड़ान का संचालन करेगी। भारतीय वायु सेना, ‘गो फर्स्ट’ और ‘एअर इंडिया’ हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट से पांच विमानों का संचालन करेंगे. वहीं, ‘इंडिगो’ पोलैंड के ज़ेज़ॉ से तीन उड़ानों का संचालन करेगा.
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