कोच्चि, दो मार्च (भाषा) केन्द्र सरकार ने केरल उच्च न्यायालय को बताया कि रूस के हमले के बाद यूक्रेन में फंस गए छात्रों सहित अनुमानित 20,000 भारतीयों में से 60 प्रतिशत लोगों ने यूक्रेन की सीमा पार कर ली है और बाकियों को निकालने के प्रयास जारी हैं।
केन्द्र सरकार ने उच्च न्यायालय को बताया कि यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए ‘ऑपरेशन गंगा’ चलाया जा रहा है। उसने बताया कि ‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत व्यावसायिक विमान सेवा के अलावा भारतीय वायुसेना भी रोमानिया, पोलैंड, हंगरी और यूक्रेन के अन्य पड़ोसी देशों से भारतीयों को निकालने में मदद कर रही है।
युद्धग्रस्त यूक्रेन के खारकीव शहर में फंसे छात्रों के संबंध में सरकार ने कहा कि शहर में भारी गोलाबारी होने के कारण वहां स्थिति अस्थिर बनी है और इसलिए छात्रों को सुरक्षित रहने के लिए सलाह दी गई है कि वे जहां हैं, वहीं रहें।
सहायक सॉलिसिटर जनरल (एएसजी) मनु एस. की ओर से दाखिल किए गए प्रतिवेदन में सरकार ने कहा, ‘‘ स्थिति में सुधार होते ही, खारकीव से छात्रों को प्राथमिकता के आधार पर उचित तरीके से निकाला जाएगा। कीव में हमारा मिशन अधिकतर छात्रों के साथ सम्पर्क में है और उनकी यथासंभव मदद करने की कोशिश कर रहा है। मिशन ने यूक्रेन के अधिकारियों से भी उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने का अनुरोध किया है।’’
केन्द्र ने अदालत को यह जानकारी केरल उच्च न्यायालय अधिवक्ता संघ और उसके उन दो सदस्यों द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई के दौरान दी, जिनकी बेटी भी यूक्रेन में फंसी हैं। याचिका में युद्धग्रस्त देश में फंस गए मलयाली विद्यार्थियों की शीघ्र और सुरक्षित वापसी का अनुरोध किया गया है।
याचिकाकर्ता ने बुधवार को अदालत को बताया कि याचिका में जिन छात्रों का जिक्र है, वे हंगरी पहुंच गए हैं और सुरक्षित हैं। हालांकि, उन्होंने कहा कि उनकी कुछ अन्य चिंताएं अब भी बनी हैं।
इसके बाद, अदालत ने आगे की सुनवाई के वास्ते मामले को बृहस्पतिवार के लिए सूचीबद्ध कर दिया।
केन्द्र ने एक बयान में कहा कि विदेश मंत्रालय 15 फरवरी से यूक्रेन में भारतीय नागरिकों को अस्थायी रूप से उस देश को छोड़ने के लिए परामर्श जारी कर रहा है। आक्रमण शुरू होने के बाद, उन्होंने वहां फंसे नागरिकों को निकालने के लिए ‘ऑपरेशन गंगा’ भी शुरू किया है।
बयान में बताया गया कि परामर्श जारी होने के बाद 16 से 23 फरवरी के बीच 4000 भारतीय व्यावसायिक उड़ानों में भारत लौट चुके हैं।
केन्द्र सरकार ने सोमवार को केरल उच्च न्यायालय को सूचित किया था कि रूसी हमले के बाद यूक्रेन में फंसे भारतीयों की सुरक्षित वापसी में सहायता करने के लिए वह अपने चार कैबिनेट मंत्रियों को यूक्रेन के पड़ोसी देशों में भेज रहा है।
भाषा निहारिका मनीषा
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