मुंबई, 28 फरवरी (भाषा) यूक्रेन और रूस के बीच वार्ता के संकेतों तथा घरेलू शेयर बाजार की मजबूती के अनुरूप विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में सोमवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया अपने निचले स्तर से उबरता हुआ अंत में 75.33 प्रति डॉलर पर लगभग अपरिवर्तित रुख के साथ बंद हुआ।
बाजार विश्लेषकों ने कहा कि यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध होने के बीच विदेशी पूंजी की सतत निकासी तथा कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के कारण रुपये की धारणा प्रभावित हुई।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 75.73 प्रति डॉलर पर कमजोर खुला। हालांकि, बाद में हानि की स्थिति से उबरता हुआ कारोबार के अंत में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 75.33 रुपये प्रति डॉलर पर लगभग अपरिवर्तित बंद हुआ।
एलकेपी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ शोध विश्लेषक जतिन त्रिवेदी ने कहा, ‘‘बेलारूस द्वारा रूस को समर्थन देने के बाद भू-राजनीतिक तनाव के एक कदम आगे बढ़ने से शुरुआती कारोबार में रुपया 75.75 के करीब बहुत कमजोर रहा। लेकिन बेलारूस सीमा पर रूस और यूक्रेन के बीच बातचीत के संकेतों ने रुपये का समर्थन किया और रुपये की हानि कम होना शुरू हो गयी।
पश्चिमी देशों द्वारा रूस के खिलाफ सख्त प्रतिबंधों के बाद अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रूसी मुद्रा रूबल में करीब 30 प्रतिशत की गिरावट आई।
वैश्विक मानक ब्रेंट क्रूड की कीमत 5.46 प्रतिशत बढ़कर 103.28 डॉलर प्रति बैरल हो गई।
बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 388.76 अंक की तेजी के साथ 56,247.28 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजारों के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने शुक्रवार को 4,470.70 करोड़ रुपये के शेयरों की बिकवाली की।
भाषा राजेश राजेश अजय
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