वलसाड (गुजरात), 28 फरवरी (भाषा) गुजरात और पड़ोसी महाराष्ट्र के विभिन्न जिलों के करीब पांच हजार आदिवासियों ने सोमवार को वलसाड जिले के धरमपुर में एकत्र होकर पार नदी पर बांध बनाने के फैसले के विरोध में प्रदर्शन किया।
गौरतलब है कि केन्द्र सरकार ने पार-तापी-नर्मदा नदियों को जोड़कर बांध बनाने का निर्णय लिया है। इस नदी लिंक परियोजना के क्षेत्र में दक्षिण गुजरात और महाराष्ट्र का नासिक जिला आने वाला है। आदिवासियों ने इसके खिलाफ प्रदर्शन कर स्थानीय ‘मामलतदार’ को इस संबंध में एक ज्ञापन सौंपा।
कांग्रेस विधायक अनंत पटेल और शिवसेना नेता अभिनव देल्कर ने प्रदर्शन कर रहे लोगों को संबोधित किया और आदिवासियों के अधिकारों की रक्षा करने का संकल्प लिया।
पूर्व सांसद मोहल देल्कर के पुत्र अभिनव देल्कर ने कहा, ‘‘सिर्फ गुजरात और दादर नगर हवेली ही नहीं, बल्कि हमें यहां से संदेश देना चाहिए कि आदिवासी समुदाय सरकार के समक्ष नहीं झुकेगा।’’
धरमपुर थाने के उपनिरीक्षक एस. जे. परमार ने बताया कि पूर्वी गुजरात के वलसाड, दांग, नवसारी जिलों और महाराष्ट्र तथा दादर नगर हवेली से 4-5 हजार लोगों ने इस शांतिपूर्ण प्रदर्शन में हिस्सा लिया।
भारत जल संसाधन सूचना प्रणाली के अनुसार, पार-तापी-नर्मदा नदी लिंक परियोजना के तहत पश्चिमी घाट क्षेत्र में उपलब्ध अतिरिक्त जल को सौराष्ट्र और कच्छ के कम जल वाले क्षेत्र में भेजने का प्रस्ताव है। इसके लिए उत्तरी महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात में सात जलाशयों के निर्माण की योजना है।
इस नदी लिंक परियोजना के तहत छह जलाशयों का निर्माण गुजरात के वलसाड और दांग जिलों में होना है, जबकि एक जलाशय महाराष्ट्र के नासिक जिले में बनना है।
भाषा अर्पणा अविनाश
अविनाश
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