दमोह (मप्र), 27 फरवरी (भाषा) मध्यप्रदेश के दमोह जिले के पटेरा थानांतर्गत एक गांव में रविवार की दोपहर तीन वर्षीय एक बालक खेलते-खेलते खेत में खुदे हुए बोरवेल में गिर गया और उसे बचाने के प्रयास जारी हैं।
चार दिन में बोरवेल में बच्चों के गिरने की राज्य में यह दूसरी घटना है।
पटेरा पुलिस थाना प्रभारी श्याम बिहारी मिश्रा ने बताया कि दमोह जिला मुख्यालय से करीब 45 किलोमीटर दूर बरखेरा बैस गांव में हुई।
उन्होंने कहा कि बरखेरा बैस गांव के निवासी धर्मेंद्र अठ्या का तीन वर्षीय पुत्र प्रिंस अपने माता-पिता के साथ खेत में गया था। इसी दौरान दोपहर करीब 12 बजे खेलते-खेलते वह स्वयं के खेत में ही लगभग 30 फीट खोदे गए बोरवेल में जो कि बंद पड़ा था अचानक गिर गया।
मिश्रा ने बताया कि उसे गिरते हुए उसकी मां सुषमा ने देख लिया और इसकी जानकारी तत्काल ही अपने पति धर्मेंद्र को दी जो कि खेत में दवाई डालने का काम कर रहा था।
उन्होंने कहा कि इसके बाद ग्रामीणों की मदद से इस दंपति ने उसे बोरवेल से निकालने के लिए प्रयास शुरू किए।
मिश्रा ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस, प्रशासनिक एवं स्वास्थ विभाग का अमला भी वहां पहुंच गया और बचाव अभियान शुरू किया।
उन्होंने कहा कि जेसीबी के माध्यम से बोरवेल के पास खुदाई प्रारंभ कर दी गई है तथा बच्चे को निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं। मिश्रा ने बताया कि यह बालक बोरवेल में करीब 15 फीट की गहराई में फंसा हुआ है।
इससे पहले मध्यप्रदेश के उमरिया जिले के बदरछड़ गांव में 24 फरवरी को 200 फुट से अधिक गहरे बोरवेल में तीन वर्षीय गौरव दुबे गिर गया था और उसे 16 घंटे से अधिक चले राहत अभियान के बाद बाहर निकाला गया लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका।
भाषा सं रावत रावत रंजन
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