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Sunday, 22 September, 2024
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रूस-यूक्रेन से जुड़े घटनाक्रमों, वृहद आर्थिक आंकड़ों से तय होगी शेयर बाजारों की दिशा

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नयी दिल्ली, 27 फरवरी (भाषा) रूस-यूक्रेन विवाद से जुड़े घटनाक्रम इस सप्ताह शेयर बाजारों की दिशा तय करेंगे। पिछले सप्ताह रूस द्वारा यूक्रेन के खिलाफ सैन्य अभियान शुरू किए जाने के बाद दुनियाभर के बाजारों में जोरदार गिरावट आई थी। विश्लेषकों का मानना है कि इस सप्ताह रूस-यूक्रेन विवाद से जुड़े घटनाक्रमों के अलावा महत्वपूर्ण वृहद आर्थिक आंकड़े बाजार की दिशा तय करेंगे।

विश्लेषकों ने कहा कि इस सप्ताह सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के अनुमान और विनिर्माण और सेवा क्षेत्र के पीएमआई आंकड़े आने हैं।

कोटक सिक्योरिटीज के इक्विटी शोध (खुदरा) प्रमुख श्रीकांत चौहान ने कहा, ‘‘तिमाही नतीजों का सीजन पीछे छूट चुका है, ऐसे में आगामी सप्ताह बाजार वैश्विक बाजारों के रुख से दिशा लेगा।’’

उन्होंने कहा कि सभी की निगाह रूस-यूक्रेन विवाद से जुड़े घटनाक्रमों पर रहेगी। इसके अलावा बाजार भागीदारों की निगाह ऊर्जा की कीमतों पर भी रहेगी।

गत शुक्रवार को बृहस्पतिवार की भारी गिरावट के बाद सेंसेक्स और निफ्टी ने करीब 2.5 प्रतिशत का लाभ दर्ज किया। बृहस्पतिवार बाजार के लिए पिछले दो साल का सबसे खराब दिन रहा था।

शुक्रवार को बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 1,328.61 अंक या 2.44 प्रतिशत की बढ़त के साथ 55,858.52 अंक पर पहुंच गया। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 410.45 अंक या 2.53 प्रतिशत के लाभ के साथ 16,658.40 अंक रहा।

साप्ताहिक आधार पर सेंसेक्स में 1,974 अंक या 3.41 प्रतिशत नीचे आया है। वहीं निफ्टी में 618 अंक या 3.57 प्रतिशत की गिरावट आई है।

विश्लेषकों का मानना है कि बाजार में अगले कुछ दिन के दौरान भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा।

मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के खुदरा शोध प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा, ‘‘बाजार की निगाह रूस-यूक्रेन विवाद पर रहेगी।’’

उन्होंने कहा कि कारोबारियों को भारी उतार-चढ़ाव से सतर्क रहना होगा। वहीं निवेशक हालिया गिरावट का लाभ उठाकर अपने पोर्टफोलियो में बड़ी कंपनियों के शेयर जोड़ सकते हैं।

सप्ताह के दौरान वाहन कंपनियों के शेयरों पर भी सभी की निगाह रहेगी। वाहन कंपनियों के फरवरी के बिक्री आंकड़े एक मार्च को आएंगे।

बाजार भागीदारों को घरेलू मोर्चे पर वृहद आंकड़ों का इंतजार रहेगा। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) 28 फरवरी को 2021-22 की तीसरी तिमाही का जीडीपी अनुमान जारी करेगा।

वैश्विक मोर्चे पर बात की जाए तो रूस द्वारा यूक्रेन के हवाई क्षेत्र और ईंधन सुविधाओं पर हमला जारी है। अमेरिका और यूरोपीय संघ ने रूस पर कुछ मजबूत प्रतिबंध लगाने के साथ यूक्रेन को हथियार मुहैया कराए हैं।

एचडीएफसी सिक्योरिटीज के खुदरा शोध प्रमुख दीपक जसानी ने कहा, ‘‘जहां रूस-यूक्रेन से जुड़े घटनाक्रमों से बाजारों की दिशा प्रभावित होगी वहीं ऐसे समय जबकि दुनिया ओमीक्रोन के खतरे के बाद पुनरुद्धार की राह पर है, आपूर्ति बाधाओं और जिंस कीमतों में उछाल से अर्थव्यवस्थाएं प्रभावित होंगी।’’

भाषा अजय

अजय पाण्डेय

पाण्डेय

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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