नयी दिल्ली, 25 फरवरी (भाषा) वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को यात्रा, पर्यटन, नागरिक उड्डयन एवं होटल क्षेत्रों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की जिसमें ऋण संबंधी मुद्दों पर चर्चा की गई।
इस बैठक में वित्त मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (पीएसबी) के प्रमुख भी शामिल हुए।
वित्त मंत्रालय ने एक ट्वीट में कहा, ‘वित्त मंत्री के साथ बैठक में वित्त राज्य मंत्री भागवत कराड, वित्त सचिव, वित्तीय सेवाओं के सचिव, आर्थिक मामलों के सचिव और राजस्व सचिव के साथ ही पीएसबी और आईबीए के प्रमुखों तथा वित्त मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए।’
विमानन क्षेत्र से संबंधित एक अन्य बैठक में नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मौजूद रहे। वित्त मंत्रालय ने एक अन्य ट्वीट में सिंधिया के साथ हुई बैठक का जिक्र करते हुए कहा कि इसमें बैंकिंग एवं ऋण संबंधी मुद्दों पर चर्चा की गई।
वित्त मंत्री की ये बैठकें बजट 2022-23 में होटल और संबंधित सेवा क्षेत्रों के बारे में की गई घोषणाओं के लिहाज से काफी अहम हैं। सीतारमण ने इन क्षेत्रों को बजटीय समर्थन देने के लिए आपातकालीन ऋण सुविधा गारंटी योजना (ईसीएलजीएस) के तहत अतिरिक्त 50,000 करोड़ रुपये देने का प्रस्ताव रखा है।
वित्त मंत्री ने ईसीएलजीएस योजना को मार्च 2023 तक बढ़ाने और गारंटी कवर को 50,000 करोड़ रुपये बढ़ाकर पांच लाख करोड़ रुपये तक पहुंचाने का भी प्रस्ताव रखा था।
आत्मनिर्भर भारत अभियान पैकेज के तहत मई 2020 में घोषित इस योजना का मकसद महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों को राहत देना है।
भाषा प्रेम रमण
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