जबलपुर, 25 फरवरी (भाषा) मध्यप्रदेश के सागर जिले के बीना रेलवे स्टेशन के पास स्थापित भारतीय रेलवे के सौर ऊर्जा संयंत्र को अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार के लिए चुना गया है। यह संयंत्र पश्चिम-मध्य रेलवे (डब्ल्यूसीआर) के तहत आता है। एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी ।
पश्चिम मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राहुल जयपुरियार ने बताया, ‘‘ 1.7 मेगावाट की स्थापित क्षमता वाला सौर ऊर्जा संयंत्र पिछले डेढ़ साल से काम कर रहा है। यह ट्रेनों को चलाने के लिए इस्तेमाल होने वाले ट्रेक्शन सिस्टम को सीधे बिजली की आपूर्ति करता है।’’
उन्होंने कहा कि हरित ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए यह सौर ऊर्जा संयंत्र भारतीय रेलवे की अपनी तरह की पहली पहल है।
उन्होंने कहा कि इंटरनेशनल यूनियन आफ रेलवे ने हाल ही में भारतीय रेलवे की इस हरित पहल को ‘ जीरो कार्बन तकनीकी श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ उपयोग’ में पुरस्कार के लिए चुना गया है।
जयपुरियार ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय रेलवे संघ, फ्रांस में स्थित एक विश्वव्यापी रेलवे संगठन है और यह जून 2022 में विभिन्न श्रेणियों में अंतरराष्ट्रीय टिकाऊ रेलवे को पुरस्कार देगा।
उन्होंने कहा कि बीना स्थित रेलवे का सौर ऊर्जा संयंत्र प्रति वर्ष 18 लाख यूनिट बिजली पैदा करेगा। संयंत्र की विद्युत कर्षण प्रणाली पर्यावरण के अनुकूल, प्रदूषण मुक्त और ऊर्जा कुशल है।
उन्होंने कहा कि डब्ल्यूसीआर के जबलपुर, भोपाल और कोटा मंडल के सभी रेलमार्ग पूरी तरह से विद्युतीकृत हैं।
भाषा सं दिमो रंजन
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