नयी दिल्ली, 24 फरवरी (भाषा) यूक्रेन ने बृहस्पतिवार को रूस के हमले से उत्पन्न संकट के समाधान के लिए भारत से सहयोग मांगा और कहा कि बिगड़ती स्थिति को लेकर नयी दिल्ली के रुख से वह काफी असंतुष्ट है।
भारत में यूक्रेन के राजदूत इगोर पोलिखा ने कहा कि प्रधनमंत्री नरेंद्र मोदी उन कुछ गिने-चुने नेताओं में शामिल शामिल हैं जिनकी बात रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन सुनते हैं तथा नयी दिल्ली, मास्को के साथ इस निकटता का उपयोग स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए कर सकती है।
पोलिखा ने मीडिया से कहा, ‘‘ मैं आपके मंत्रालय पर जारी सभी रिपोर्ट देखता हूं और यूक्रेन में आपके नागरिकों के लिए ताजा परामर्श को भी देखा है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ हम भारत के रुख को लेकर ‘काफी असंतुष्ट’ हैं। हम भारत से मजबूत आवाज का आग्रह करते हैं। इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, राष्ट्रपति पुतिन से बात कर सकते हैं।’’
भारत से मदद की अपील करते हुए राजदूत ने कहा कि यूक्रेन, भारत से अधिक सहयोगात्मक रुख की उम्मीद करता है ।
उन्होंने कहा, ‘‘ हम इस संकट की स्थिति में भारत सरकार से अधिक सहयोगात्मक रुख की उम्मीद करते हैं। यह सच्चाई का क्षण है। हम इंतजार कर रहे हैं, भारत से मदद की विनती कर रहे हैं।’’
राजदूत ने खास तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मदद करने की अपील की।
उन्होंने कहा, ‘‘ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ताकतवर नेताओं में एक हैं और दुनिया में उनका सम्मान है। मैं नहीं जानता कि दुनिया के कितने नेताओं की पुतिन सुनते हैं। लेकिन मोदी जी के कदम को देखते हुए हमें उम्मीद है कि इस मामले में उनकी मजबूत आवाज पर पुतिन विचार करेंगे।’’
भारत में यूक्रेन के राजदूत ने कहा कि रूस के साथ भारत के विशेष संबंध हैं और स्थिति को सामान्य बनाने के लिए वह अधिक सक्रिय भूमिका निभा सकता है।
गौरतलब है कि रूसी सैनिकों ने बृहस्पतिवार को यूक्रेन पर व्यापक स्तर पर हमला किया और उसके मध्य एवं पूर्वी इलाकों को निशाना बनाया। रूस के हमले की अमेरिका एवं उसके सहयोगी देशों ने कड़ी निंदा की।
वहीं, यूक्रेन के विदेश मंत्रालय ने आरोप लगाया कि रूसी हमला यूक्रेन सरकार को समाप्त करने और उसके देश पर बलपूर्वक कब्जा करने के उद्देश्य से किया गया है।
उसने कहा कि यह युद्ध की कार्रवाई है तथा यूक्रेन की सम्प्रभुता एवं क्षेत्रीय अखंडता पर हमला एवं संयुक्त राष्ट्र चार्टर और अंतरराष्ट्रीय सिद्धांतों तथा बुनियादी नियमों का उल्लंघन है।
भारत में यूक्रेन के दूतावास ने भी बयान जारी किया और कहा कि यूक्रेन अंतरराष्ट्रीय समुदाय से तत्काल कार्रवाई की मांग करता है और केवल एकजुट एवं निर्णायक कदम से यूक्रेन के खिलाफ व्लादीमिर पुतिन के आक्रमण को रोका जा सकता है।
वहीं, सोमवार की रात संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में भारत ने सभी पक्षों से संयम बरतने को कहा। भारत ने इस बात पर जोर दिया था कि तनाव खत्म करना तात्कालिक प्राथमिकता है और इसमें सभी पक्षों के वैध सुरक्षा हितों को ध्यान में रखा जाए।
भाषा दीपक दीपक नेत्रपाल
नेत्रपाल
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