नयी दिल्ली, 24 फरवरी (भाषा) सरकार का एडिटिव विनिर्माण या 3डी प्रिंटिंग के वैश्विक बाजार में पांच प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करने का लक्ष्य है।
संचार और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बृहस्पतिवार को कहा कि इससे अगले दो-तीन साल में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में दो से तीन अरब डॉलर जोड़े जा सकेंगे।
एडिटिव विनिर्माण की राष्ट्रीय रणनीति के तहत सरकार की सामग्री, मशीन, प्रक्रिया और सॉफ्टवेयर के लिए 50 भारत केंद्रित प्रौद्योगिकियों के सृजन की योजना है। इससे भारत को 3डी प्रिंटिंग डिजाइन और विनिर्माण केंद्र बनाया जा सकेगा।
वैष्णव ने इस नीति की घोषणा करते हुए कहा कि प्रीसिशन इलेक्ट्रॉनिक्स का मूल्य काफी ऊंचा है। यह आगामी दो से तीन साल में दो-तीन अरब डॉलर का योगदान देगा।
उन्होंने कहा कि इस रणनीति का मकसद 100 नए स्टार्टअप, 500 एडिटिव विनिर्माण उत्पाद और सामग्री, मशीन, प्रक्रिया और सॉफ्टवेयर पर 50 भारतीय एडिटिव विनिर्माण प्रौद्योगिकियों के सृजन का है।
वैष्णव ने कहा, ‘‘हमने इस रणनीति में कुछ स्पष्ट रूप से परिभाषित लक्ष्य तय किए हैं। हमारा लक्ष्य 50 नई भारत केंद्रित प्रौद्योगिकी, 100 नए स्टार्टअप, 10 मौजूदा और नए विनिर्माण क्षेत्र और एक लाख नया कुशल श्रमबल देने का है।’’
भाषा अजय अजय रमण
रमण
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.