मुंबई, 24 फरवरी (भाषा) भारतीय अर्थव्यवस्था का पुनरुद्धार अभी समान नहीं है और सरकार को प्रभावित क्षेत्रों को आय समर्थन उपायों को जारी रखना चाहिए। स्विट्जरलैंड की ब्रोकरेज कंपनी यूबीएस सिक्योरिटीज की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अर्थव्यवस्था का पुनरुद्धार अभी व्यापक नहीं है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि अर्थव्यवस्था पुनरुद्धार की राह पर है और मध्यम से दीर्घावधि अवधि में इसके 6 से 6.5 प्रतिशत की दर से बढ़ने की संभावना है।
सर्वे में शामिल प्रतिभागियों ने कहा कि महामारी की तीन लहरों के बाद अर्थव्यवस्था में अच्छा-खासा सुधार देखने को मिल रहा है। यूबीएस की मुख्य अर्थशास्त्री तन्वी गुप्ता जैन ने कहा कि अर्थव्यवस्था में पुनरुद्धार हो रहा है, लेकिन अभी यह व्यापक नहीं है।
उन्होंने कहा कि असंगठित क्षेत्र को पर्याप्त नीतिगत समर्थन से वृद्धि को प्रोत्साहन दिया जा सकता है। इसके लिए बजट में निर्धारित खर्च को पूरा किया जाना चाहिए। ‘‘सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उपक्रमों (एमएसएमई) को वित्तपोषण देने की जरूरत है।’’
रिपोर्ट में शामिल भागीदारों ने कहा कि भारत में 6 से 6.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करने की क्षमता है। इसकी वजह है कि डिजिटलीकरण पर ध्यान दिया जा रहा है जिससे ऊंची उत्पादकता लाभ हासिल हो रहा है।
जैन ने कहा कि उपभोक्ता की धारणा अब सुधर रही है, लेकिन कोई भी आंकड़ा यह नहीं दर्शाता है कि धारणा महामारी-पूर्व के स्तर के करीब है। 20 फरवरी को समाप्त सप्ताह में किए गए उपभोक्ता सर्वे में परिवारों की अपनी आमदनी को लेकर उम्मीदें बेहतर हुई हैं। 13 प्रतिशत परिवारों ने कहा कि उनकी मौजूदा आमदनी पिछले साल की तुलना में अधिक है।
भाषा अजय अजय रमण
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