नयी दिल्ली, 24 फरवरी (भाषा) भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) के महासचिव हेमंत कलिता ने गुरूवार को कहा कि महासंघ की अगले चार महीनों में बड़े टूर्नामेंट के लिये ट्रायल आयोजित करने की चयन नीति ‘पारदर्शी’ और ‘समानता’ पर आधारित है जिससे मुक्केबाजों को एक से ज्यादा वर्ग में अपना भाग्य आजमाने का मौका मिलेगा।
बीएफआई ने गुरूवार को आधिकारिक रूप से घोषणा की कि महिलाओं की विश्व चैम्पियनशिप के सभी 12 वर्गों के चयन ट्रायल सात से नौ मार्च तक कराये जायेंगे।
कलिता ने बीएफआई द्वारा जारी बयान में कहा, ‘‘इसमें एशियाई खेलों के वजन वर्ग भी शामिल होंगे जो आईबीए (अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ) के समान ही हैं। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि एशियाई खेलों के बचे हुए दो वजन वर्ग – 51 किग्रा और 69 किग्रा – के ट्रायल्स अलग से 11 से 14 मार्च तक कराये जायेंगे। इससे निकटतम भार वर्ग के मुक्केबाजों को एशियाई खेलों के लिये ट्रायल में हिस्सा लेने के लिये और समय मिल जायेगा। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘तीन वजन वर्ग हैं जो विश्व चैम्पियनशिप और एशियाई खेलों में एक ही हैं। ’’
एशियाई खेलों की महिला स्पर्धा पांच वजन वर्गों – 51 किग्रा, 57 किग्रा, 60 किग्रा, 69 किग्रा और 75 किग्रा में खेली जायेगी।
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