scorecardresearch
Friday, 22 November, 2024
होमदेश'दुकानों में राशन खत्म, ATM में पैसे नहीं'- यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्र ने बताया, हरियाणा से 2000 लोग मुश्किल में

‘दुकानों में राशन खत्म, ATM में पैसे नहीं’- यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्र ने बताया, हरियाणा से 2000 लोग मुश्किल में

यूक्रेन के जापोरीज्ज्या चिकित्सा विश्वविद्यालय में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे आशीष चंद्रा (22) ने वीडियो कॉल पर बातचीत के दौरान अपने माता-पिता को यह जानकारी दी.

Text Size:

इंदौर (मध्य प्रदेश): युद्ध जब शुरू होता है तो वह सीमाओं पर सेना के बीच ही नहीं लड़ा जाता बल्कि उन देशों के नागरिक भी इसकी त्रासदी से जूझते या संघर्ष करते हैंं. रूस के यूक्रेन पर हमले ने ऐसी ही त्रासदी पैदा की है, जिससे वहां नागरिक खाने-पीने की चीजों तक के लिए मोहताज होने लगे हैं.

भारतीय लोग भी इन परेशानियों के शिकार हो रहे हैं. इंदौर का रहने वाले एक भारतीय छात्र बृहस्पतिवार को एक वीडियो कॉल के जरिए वहां पैदा हुई मुश्किलों की दास्तां अपने परिवार को दिखाई है. छात्र के अनुसार हमले से दशहत और अफरा-तफरी का ऐसा आलम है की दुकानों में राशन खत्म हो गया है और एटीएम में नकदी नहीं बची. इसी तरह युद्ध ने बाकी लोगों के सामने संकट खड़ा कर दिया है, जिससे वे जूझ रहे हैं.

यूक्रेन के जापोरीज्ज्या चिकित्सा विश्वविद्यालय में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे आशीष चंद्रा (22) ने वीडियो कॉल पर बातचीत के दौरान अपने माता-पिता को यह जानकारी दी.

एमबीबीएस के विद्यार्थी ने यूक्रेन से बताया, ‘मेरे घर से करीब पांच किलोमीटर दूर धमाका हुआ है. यहां (यूक्रेन) डर और अफरा-तफरी का माहौल है.’

उन्होंने बताया, ‘दुकानों में राशन का स्टॉक खत्म हो गया है. मेरे खाते में रकम है, लेकिन एटीएम में नकदी नहीं बची है और दुकानदार कार्ड से भुगतान स्वीकार नहीं कर रहे हैं.’

चंद्रा के पिता अमरेश कुमार सिन्हा ने इंदौर में कहा, ‘मैं अपने बेटे की सुरक्षा को लेकर बेहद चिंतित हूं. उसे 26 फरवरी (शनिवार) की उड़ान से यूक्रेन से भारत आना था, लेकिन रूसी आक्रमण के चलते उड़ानें रद्द कर दी गई हैं.’

उन्होंने कहा, ‘भारत सरकार को यूक्रेन में फंसे भारतीय विद्यार्थियों की जल्द से जल्द स्वदेश वापसी सुनिश्चित करनी चाहिए. मेरे जैसे कई भारतीय अभिभावकों को भारत सरकार की त्वरित मदद की दरकार है जिनकी संतानें रूसी आक्रमण के बीच यूक्रेन में फंसी हैं.’

सिन्हा ने बताया कि वह और उनकी पत्नी अनामिका अपने बेटे की खैरियत जानने के लिए उसे लगातार वीडियो कॉल कर रहे हैं. इस दौरान चिंतित मां ने यूक्रेन में फंसे बेटे को बार-बार यह हिदायत दी कि वह घर से बाहर न निकले.


यह भी पढ़ें: रूस के हमले के बाद भारत के रुख से ‘असंतुष्ट’ क्यों है यूक्रेन


यूक्रेन में फंसे हैं हरियाणा के करीब 2000 लोग, विदेश मंत्रालय से संपर्क में: खट्टर

वहीं यह मुसीबत हरियाणा वालों पर भी है. बतौर मुख्यमंत्री करीब 2000 लोग फंसे हैं और विदेश मंत्रालय के संपर्क में हैं. सीएम खट्टर के मुताबिक विदेश मंत्रालय ने जहां इनकी मदद के लिए एक नियंत्रण कक्ष खोला है वहीं हरियाणा सरकार ने भी चंडीगढ़ में एक कंट्रोल रूम बनाया है. एक व्हाट्सएप नंबर भी जारी किया है. 9212314559.

उन्होंने कहा कि लोग ईमेल आईडी कांटैक्टअसएटएफसीडीएटदरेटऑफजीमेलडॉटकाम पर भी हरियाणा के विदेश सहयोग विभाग से संपर्क साध सकते हैं.

गृहमंत्री अनिल विज के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने यूक्रेन स्थिति का हवाला देते हुए कहा कि जो भारतीय वहां फंसे हैं, उनमें करीब 2000 हरियाणा से हैं.

यूक्रेन स्थिति पर एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा, ‘मैं विदेश मंत्रालय के साथ संपर्क में हूं’

उनसे यह भी सवाल किया गया था कि हरियाणा के कितने लोग वहां फंसे हैं. इसपर उन्होंने कहा कि हरियाणा के करीब 2000 लोगों में ज्यादातर विद्यार्थी हैं.

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा यूक्रेन में सैन्य कार्रवाई करने का ऐलान करने के बाद यूक्रेन में स्थिति बिगड़ गयी है. दोनों देशों के बीच पूर्ण सैन्य टकराव की आशंका लेकर गंभीर चिंता है.

खट्टर ने कह कि उन्हें कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला का पत्र मिला और हरियाणा के कुछ अन्य विधायकों ने भी उनसे उन लोगों को लेकर संपर्क किया है जो यूक्रेन में फंसे हैं.

सुरजेवाला ने पत्र में खट्टर से यूक्रेन में फंसे लोगों को सभी सुविधाएं प्रदान करने एवं उन्हें स्वदेश वापस लाने का विषय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने उठाने की अपील की है.

(भाषा के इनपुट्स के साथ)

share & View comments