तिरुवनंतपुरम, 24 फरवरी (भाषा) केरल विधानसभा में बृहस्पतिवार को नाटकीय नजारा देखने को मिला जब विपक्षी कांग्रेस नीत यूडीएफ ने स्वर्ण तस्करी मामले की आरोपी स्वप्ना सुरेश द्वारा हाल ही में किए गए विवादास्पद खुलासे पर चर्चा की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया और बाद में अध्यक्ष द्वारा अपील याचिका खारिज किए जाने के बाद कार्यवाही का बहिष्कार किया।
हालांकि उन्होंने शून्यकाल के दौरान मुख्यमंत्री पिनराई विजयन से जवाब की मांग करते हुए स्थगन प्रस्ताव के लिए नोटिस देने की कोशिश की, लेकिन अध्यक्ष एम बी राजेश ने इसपर आपत्ति जताते हुए कहा कि यह मुद्दा विभिन्न अदालतों में लंबित है।
अध्यक्ष के रुख से नाराज यूडीएफ सदस्य अपनी सीटों से उठकर नारेबाजी करने लगे और सदन के वेल में आ गए । इस दौरान उन्होंने एक बैनर प्रदर्शित किया जिसपर लिखा था कि ‘मुख्यमंत्री को कुख्यात तस्करी मामले पर अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए’।
हालांकि अध्यक्ष ने उन्हें बार-बार अपनी-अपनी सीटों पर वापस जाने और आसन के सामने इकट्ठा नहीं होने के लिए कहा लेकिन सदस्यों ने अध्यक्ष के निर्देशों पर कोई ध्यान नहीं दिया, जिसके बाद नाराज अध्यक्ष कक्ष से बाहर चले गए। आधे घंटे के बाद सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू होने के बाद भी विपक्ष अपनी मांग से पीछे हटने को तैयार नहीं था और आखिरकार उन्होंने बहिष्कार की घोषणा कर दी।
स्वप्ना सुरेश ने मीडिया को बताया था कि जेल में रहते वक्त प्रसारित हुए उनके एक ऑडियो की पटकथा पहले ही लिखी जा चुकी थी, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि उनपर तस्करी मामले में मुख्यमंत्री का नाम लेने का दबाव बनाया जा रहा है।
भाषा जोहेब माधव
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