मुंबई, 24 फरवरी (भाषा) धन शोधन के एक मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक को गिरफ्तार किए जाने के विरोध में बृहस्पतिवार को महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार और राज्य के कई अन्य मंत्रियों ने यहां धरना दिया।
राज्य सचिवालय मंत्रालय के नजदीक महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास धरना स्थल पर सबसे पहले पवार पहुंचे।
राज्य के गृह मंत्री दिलीप वाल्से पाटिल, स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे, राजस्व मंत्री बालासाहेब थोराट, जल संसाधन मंत्री जयंत पाटिल, आवास मंत्री जितेंद्र आव्हाड, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल, राहत एवं पुनर्वास मंत्री विजय वडेट्टीवार, गृह राज्य मंत्री सतेज पाटिल भी प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे।
उनके अलावा, पर्यटन राज्य मंत्री अदिति तटकरे, पीडब्ल्यूडी मंत्री अशोक चव्हाण, खेल मंत्री सुनील केदार, कपड़ा मंत्री असलम शेख और गृह राज्य मंत्री सतेज पाटिल भी धरना-प्रदर्शन में शामिल हुए।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की सांसद सुप्रिया सुले और राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रूपाली चाकणकर भी इस दौरान मौजूद रहीं।
पूर्वाह्न 10 बजे धरना शुरू होने के बाद करीब एक घंटे तक शिवसेना के कोई वरिष्ठ नेता वहां (धरना स्थल पर) नजर नहीं आए। बाद में, शिवसेना नेता एवं राज्य के उद्योग मंत्री सुभाष देसाई वहां पहुंचे।
राज्य के पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे और शिवसेना के मुख्य प्रवक्ता संजय राउत इस समय उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार करने गये हुए हैं।
महाराष्ट्र में शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस की गठबंधन सरकार है।
थोराट ने पत्रकारों से बात करते हुए दावा किया कि केन्द्रीय जांच एजेंसियों का इस्तेमाल राजनीतिक विरोधियों को खामोश करने के लिए किया जा रहा है।
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘ यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण है और देश के इतिहास का एक काला अध्याय है।’’
राकांपा की राज्य इकाई के प्रमुख जयंत पाटिल ने कहा कि मलिक के खिलाफ लगे आरोप ‘‘बेबुनियाद’’ हैं।
उन्होंने कहा कि मलिक, आतंकवाद से संबंधित उन पर लगे सभी आरोपों का जवाब अदालत में देंगे।
उन्होंने दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का ‘‘महाविकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार को सत्ता से बाहर करने का प्रयास’’ अभी तक सफल नहीं हुआ है। ‘‘ मलिक के के खिलाफ कार्रवाई इसी का हिस्सा है।’’
धरना में शामिल हुई शिवसेना की पार्षद मनीषा कायंदे ने दावा किया कि पिछले 27 महीनों से भाजपा, एमवीए सरकार को अस्थिर करने की कोशिश कर रही है, जिसने काफी अच्छा कामकाज किया है।
ईडी ने महाराष्ट्र के अल्पसंख्यक कार्य मंत्री नवाब मलिक (62) को धन शोधन के एक मामले की जांच के सिलसिले में बुधवार को गिरफ्तार किया था। मलिक को धन शोधन से जुड़े मामलों की सुनवाई करने वाली एक विशेष अदालत के समक्ष पेश किया गया, जिसने उन्हें तीन मार्च तक के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की हिरासत में भेज दिया।
एजेंसी के मुताबिक, यह जांच, भगोड़े गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम, उसके सहयोगियों और मुंबई अंडरवर्ल्ड की गतिविधियों से संबंधित है।
सत्तारूढ़ एमवीए के शीर्ष नेताओं की बुधवार शाम हुई एक बैठक के बाद, राकांपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा था कि मलिक का इस्तीफा लेने का कोई सवाल ही नहीं उठता, क्योंकि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है।
भाषा निहारिका सुभाष
सुभाष
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.