नयी दिल्ली, 23 फरवरी (भाषा) उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने बुधवार को बीमारियों की रोकथाम और लोगों के समग्र कल्याण में योगदान के लिए शुद्ध पेयजल और स्वच्छता जैसी बुनियादी सुविधाओं के महत्व को रेखांकित किया।
साथ ही उन्होंने आगाह किया कि महामारी का प्रकोप कमजोर पड़ने के बावजूद लोगों को संक्रमण से बचाव संबंधी नियमों में लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए और बार-बार हाथ धोने की आदत को बरकरार रखना चाहिए।
चेन्नई से ‘नेशनल वॉश कॉन्क्लेव-2022’ के ऑनलाइन उद्घाटन के बाद उपराष्ट्रपति ने अपने संबोधन में कहा कि बच्चों का पालन-पोषण ऐसे वातावरण में होना चाहिए जोकि शारीरिक और भावनात्मक रूप से स्वस्थ हो।
उपराष्ट्रपति सचिवालय द्वारा जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि इसके लिए नायडू शुद्ध पानी, स्वच्छता और स्वच्छ आदतों जैसे निवारक स्वास्थ्य उपायों को आंगनवाड़ियों और प्राथमिक विद्यालयों से शुरू करने के पक्षधर हैं।
‘जल, साफ-सफाई और स्वच्छता’ (वॉश) पर आधारित तीन दिवसीय इस समारोह का आयोजन राष्ट्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज संस्थान, हैदराबाद द्वारा जल शक्ति मंत्रालय, पंचायती राज मंत्रालय, यूनिसेफ और अन्य भागीदारों के सहयोग से किया जा रहा है। यह समारोह ‘पंचायतों में शुद्ध जल, साफ-सफाई और स्वच्छता को आगे बढ़ाने’ पर केंद्रित है।
भाषा शफीक माधव
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