पेरिस, 23 फरवरी (भाषा) विदेश मंत्री एस जयशंकर ने यहां हिंद-प्रशांत मुद्दे पर यूरोपीय संघ (ईयू) की मंत्रिस्तरीय बैठक से इतर सिंगापुर के अपने समकक्ष विवियन बालकृष्णन के साथ आर्थिक सहयोग और क्षेत्रीय विकास पर चर्चा की।
फ्रांस की तीन दिवसीय यात्रा पर रविवार को जर्मनी से पेरिस पहुंचे जयशंकर ने ‘यूरोपीय संघ हिंद-प्रशांत फोरम’ में हिस्सा लेने वाले अन्य हिंद-प्रशांत देशों के अपने समकक्षों के साथ बैठकें भी कीं।
विदेश मंत्री ने मंगलवार को ट्वीट किया, “हिंद-प्रशांत पर यूरोपीय संघ की मंत्रिस्तरीय बैठक के मौके पर सिंगापुर के विदेश मंत्री विवियन बालकृष्णन से मुलाकात की। फोरम में उठने वाले मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया। हमारी बातचीत में यात्रा व्यवस्था, आर्थिक सहयोग और क्षेत्रीय विकास जैसे मुद्दे भी शामिल थे।”
वहीं, बालकृष्णन ने ट्वीट किया, “पेरिस में मेरे अच्छे दोस्त भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ मुलाकात की।”
सिंगापुर के विदेश मंत्री ने लिखा, “हमने आसियान के साथ सहयोग, क्षेत्रीय घटनाक्रमों और सामान्य यात्रा सुविधा बहाल किए जाने पर व्यापक चर्चा की।”
इससे पहले, सिंगापुर के स्वास्थ्य मंत्री ओंग ये कुंग ने मंगलवार को कहा था कि उनका देश जल्द ही फिलीपींस के साथ एक वैक्सीनेटेड ट्रैवल लेन (वीटीएल) शुरू करेगा और भारत के साथ वीटीएल कोटा बहाल करेगा।
जयशंकर उस दिन पेरिस पहुंचे थे, जब यूक्रेन पर रूसी हमले की आशंका के बीच फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पूर्वी यूरोपीय राष्ट्र की सीमा पर तनाव घटाने के लिए फोन पर मैराथन बातचीत की थी।
रविवार को विदेश मंत्री ने अपने फ्रांसीसी समकक्ष ज्यां-यवेस ले द्रायां के साथ लंबी बातचीत की थी। इस दौरान दोनों नेताओं में प्रमुख क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों, खासतौर पर भारत-ईयू संबंधों, अफगानिस्तान की स्थिति, ईरानी परमाणु समझौते और यूक्रेन संकट पर चर्चा हुई थी।
जयशंकर और द्रायां ने बहुपक्षवाद के सिद्धांतों और नियम-आधारित व्यवस्था के प्रति अपनी साझा प्रतिबद्धता को भी दोहराया था। उन्होंने परस्पर चिंता के मुद्दों पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में समन्वय करने पर सहमति भी जताई थी।
भाषा पारुल नरेश
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