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Tuesday, 19 November, 2024
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भारत ने अफगानिस्तान के लिये 2500 मिट्रिक टन गेहूं की पहली खेप भेजी

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नयी दिल्ली, 22 फरवरी (भाषा) भारत ने पाकिस्तान के साथ महीनों तक चली बातचीत के बाद अंतत: अटारी सीमा के जरिए सड़क मार्ग से मानवीय सहायता के रूप में 50 ट्रकों में 2500 मिट्रिक टन गेहूं की पहली खेप अफगानिस्तान के लिये रवाना की। विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को यह जानकारी दी ।

विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार, ‘‘ 22 फरवरी को अमृतसर में एक समारोह में सड़क मार्ग से पाकिस्तान के रास्ते अफगानिस्तान के लिये मानवीय सहायता के तहत 50 ट्रकों में 2500 मिट्रिक टन गेहूं की पहली खेप रवाना की गई। इस समारोह में विदेश सचिव हर्षवर्द्धन श्रृंगला के साथ अफगानिस्तान के राजदूत फरीद मंमूदजई और विश्व खाद्य कार्यक्रम के कंट्री निदेशक बी पराजुली मौजूद थे । ’’

मंत्रालय ने कहा कि अफगानिस्तान को मानवीय सहायता के लिये संयुक्त राष्ट्र की अपील के मद्देनजर भारत सरकार ने अफगानिस्तान के लोगों को 50 हजार मिट्रिक टन गेहूं तोहफे के रूप में देने का निर्णय किया था ।

इसमें कहा गया है कि इसकी आपूर्ति भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के माध्यम से होगी और इसे आईसीपी अटारी (भारत) द्वारा अफगानिस्तान के परिवहनकर्ताओं के जरिये जलालाबाद (अफगानिस्तान) पहुंचाया जायेगा ।

विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह खेप भारत सरकार की ओर से अफगानिस्तान के लोगों को 50 हजार मिट्रिक टन गेहूं आपूर्ति करने की प्रतिबद्धता का हिस्सा है । मानवीय सहायता के रूप में गेहूं की आपूर्ति कई खेप में की जायेगी और अफगानिस्तान के जलालाबाद में संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम को सौंपी जायेगी ।

इसमें कहा गया है कि इस संबंध में भारत सरकार ने अफगानिस्तान में गेहूं वितरित करने के लिये विश्व खाद्य कार्यक्रम के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया था ।

मंत्रालय ने कहा कि भारत, अफगानिस्तान के लोगों के साथ विशेष संबंधों को लेकर प्रतिबद्ध है और इस दिशा में भारत ने पहले ही अफगानिस्तान को कोविड रोधी टीके की 5 लाख खुराक,13 टन आवश्यक जीवन रक्षक दवाएं और गरम कपड़ों से जुड़ी सामग्री की आपूर्ति की है।

गौरतलब है कि भारत ने सड़क मार्ग से पाकिस्तान के रास्ते अफगानिस्तान को 50,000 टन गेंहू भेजने के लिए ट्रांजिट सुविधा का अनुरोध करते हुए सात अक्टूबर, 2021 को इस्लामाबाद को प्रस्ताव भेजा था, जिस पर उसे 24 नवंबर, 2021 को जवाब मिला।

पाकिस्तान से मिले जवाब के आधार पर दोनों पक्षों ने मिलकर परिवहन से जुड़ी सारी बातचीत तय की।

मानवीय सहायता के प्रयासों के तहत अफगानिस्तान को पिछले कुछ महीनों से भारत से भेजी जा रही जीवनरक्षक दवाओं सहित तमाम अन्य आवश्यक वस्तुओं में दवाओं की पिछली खेप शनिवार को ही पहुंची है, जो भारत से अफगानिस्तान भेजी जा रही सामग्री की पांचवीं खेप थी।

भाषा दीपक दीपक नरेश

नरेश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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