नयी दिल्ली, 21 फरवरी (भाषा) जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र के मिशन द्वारा पत्रकार राणा अय्यूब के खिलाफ ”न्यायिक प्रताड़ता” संबंधी आरोपों पर भारत ने सोमवार को कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की और आरोपों को ”बेबुनियाद और अनावश्यक” करार दिया।
भारत ने कहा कि देश में कानून का राज है और कोई भी इससे ऊपर नहीं है।
जिनेवा में भारत के स्थायी मिशन ने ट्वीट कर कहा कि ”भ्रामक सूचनाओं” को बढ़ावा देने से केवल सरां मिशन की छवि ”खराब” होगी।
इसने कहा, ” तथाकथित न्यायिक प्रताड़ना संबंधी आरोप बेबुनियाद और अनावश्यक हैं। भारत में कानून का राज है। हालांकि, यह भी पूरी तरह साफ है कि कोई भी कानून से ऊपर नहीं है। हम सही जानकारी रखने की अपेक्षा रखते हैं। भ्रामक सूचनाओं को बढ़ावा देने से केवल सरां मिशन की छवि खराब होगी।”
इस बीच, नयी दिल्ली में आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि जिनेवा में भारतीय मिशन इस मामले को संरा कार्यालय के समक्ष उठाएगा।
भाषा शफीक नरेश
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