चेन्नई, 19 फरवरी (भाषा) तमिलनाडु में शहरी निकाय चुनावों के लिए मतदान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शनिवार को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ। हालांकि, कुछ स्थानों पर छिटपुट घटनाएं भी सामने आयी। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
तमिलनाडु में 640 से अधिक शहरी निकायों में 12,500 से अधिक वार्ड सदस्यों को चुना जाना है और राज्य में कई जगहों पर दिन के दौरान मतदान की गति धीमी रही। हालांकि, कुल मतदान प्रतिशत के आंकड़े अभी निर्वाचन आयोग द्वारा जारी किए जाने हैं।
शहरी निकाय चुनाव के लिए मतगणना 22 फरवरी को होगी। तमिलनाडु के 38 जिलों के शहरी क्षेत्रों में मतदान हुआ। तमिलनाडु राज्य निर्वाचन आयोग ने वेब स्ट्रीमिंग और सीसीटीवी कैमरे के जरिए मतदान केंद्रों की निगरानी की और सुरक्षा के लिए पुलिस के करीब एक लाख कर्मियों को तैनात किया गया। अधिकारियों ने बताया कि दिव्यांग मतदाताओं के लिए व्हीलचेयर की व्यवस्था भी की गयी है।
इस बीच, तमिलनाडु में मदुरै के निकट एक मतदान केन्द्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक एजेंट और अन्य के बीच उस वक्त कहासुनी हो गयी जब एजेंट ने हिजाब पहनी महिला मतदाता को लेकर आपत्ति जताई। जिसके चलते भाजपा के एजेंट को बूथ के बाहर कर दिया गया। बाद में पुलिस ने भाजपा कार्यकर्ता के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया।
इसके अलावा, कुछ जगहों पर द्रमुक और अन्नाद्रमुक कार्यकर्ताओं के बीच कहासुनी की घटनाएं भी हुईं, जिसके चलते कुछ देर के लिए माहौल तनावपूर्ण हो गया। कुछ मतदान केंद्रों में ईवीएम में खराबी की भी शिकायतें मिलीं। वहीं, अन्नाद्रमुक और सत्तारूढ़ द्रमुक ने एक-दूसरे पर मतदाताओं को पैसे बांटने के भी आरोप लगाए।
उधर, तमिलनाडु की राज्यपाल तमिलिसाई सौंदरराजन, मुख्यमंत्री एम के स्टालिन और उनकी पत्नी दुर्गा स्टालिन के अलावा अन्नाद्रमुक के वरिष्ठ नेता ओ पन्नीरसेल्वम समेत विभिन्न दलों के वरिष्ठ नेताओं ने अपने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया ।
तमिलनाडु के मुख्य विपक्षी दल अन्नाद्रमुक ने राज्य निर्वाचन आयोग को शिकायत देकर चेन्नई क्षेत्र में आने वाले कुछ मतदान केंद्रों पर द्रमुक कार्यकर्ताओं द्वारा हिंसा करने का भी आरोप लगाया है। साथ ही कुछ वार्ड में दोबारा मतदान कराने की मांग उठायी है।
इससे पहले, नगर निगमों, नगरपालिकाओं और शहर पंचायतों समेत 648 शहरी स्थानीय निकायों में वार्ड सदस्यों के 12,607 पदों के लिए 57,778 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं और 31,000 से अधिक मतदान केंद्रों में मतदान जारी रहा।
मतदान का समय सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक है लेकिन आखिरी का एक घंटा कोरोना वायरस से प्रभावित लोगों के मतदान के लिए सुरक्षित किया गया।
भाषा शफीक रंजन
रंजन
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.