बेंगलूरु, 18 फरवरी (भाषा) कांग्रेस विधायकों ने ग्रामीण विकास और पंचायत राज मंत्री के़ एस़ ईश्वरप्पा के राष्ट्र ध्वज के संबंध में दिए गए कथित बयान को लेकर उन्हें बर्खास्त करने की मांग करते हुए पूरी रात कर्नाटक विधानसभा और विधान परिषद में बितायी।
उन्होंने यह भी मांग की कि ईश्वरप्पा पर उनके बयान को लेकर राजद्रोह का मुकदमा दर्ज किया जाए।
ईश्वरप्पा ने नौ फरवरी को कहा था कि ‘भगवा ध्वज’ भविष्य में कभी राष्ट्र ध्वज बन सकता है। हालांकि, पार्टी के वरिष्ठ नेता ने कहा था कि तिरंगा अभी राष्ट्र ध्वज है और सभी को इसका सम्मान करना चाहिए।
कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को लगातार दूसरे दिन दोनों सदनों की कार्यवाही के दौरान प्रदर्शन किया। विधानसभा के बाहर बृहस्पतिवार को पत्रकारों से बातचीत में विपक्ष के नेता सिद्दरमैया ने भारतीय जनता पार्टी और संघ परिवार पर राष्ट्र ध्वज का अपमान करने का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस ने इस मुद्दे को ‘‘तार्किक अंत’’ तक ले जाने के लिए ‘‘दिन और रात’’ प्रदर्शन करने का फैसला किया है।
उन्होंने कहा कि राज्यपाल को हस्तक्षेप करना चाहिए और ईश्वरप्पा को बर्खास्त करने का निर्देश देना चाहिए क्योंकि उनकी ‘‘टिप्पणियां राजद्रोह वाली’’ हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री ईश्वरप्पा के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहे हैं, आरएसएस ईश्वरप्पा के जरिए अपना गुप्त एजेंडा लागू कर रहा है।’’
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डी के शिवकुमार ने शुक्रवार को पत्रकारों से कहा कि ईश्वरप्पा को बर्खास्त करने तक प्रदर्शन खत्म करने का सवाल ही नहीं उठता। उन्होंने कहा, ‘‘हमारा आंदोलन जारी रहेगा। हम ‘अभद्र भाषा’ वाले ईश्वरप्पा का इस्तीफा नहीं चाहते। हम चाहते हैं कि राज्यपाल और मुख्यमंत्री उन्हें बर्खास्त करें।’’
इस मांग पर प्रतिक्रिया देते हुए ईश्वरप्पा ने कहा, ‘‘उन्हें हमेशा के लिए विधानसभा और विधान परिषद के भीतर रहने दीजिए। शिवकुमार पहले देखें कि मैंने क्या कहा था। मैंने कभी तिरंगे का अपमान नहीं किया।’’
ईश्वरप्पा ने कहा कि उनके इस्तीफा देने की कोई वजह नहीं है और वह देशभक्त हैं जो आपातकाल के दौरान जेल गए थे।
कांग्रेस नेताओं द्वारा अपनाए गए रुख को जन विरोधी बताते हुए मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि पहले भी विधानसभा में रात भर प्रदर्शन हुए हैं लेकिन वे लोगों, किसानों और राज्य के हितों से जुड़े मुद्दों को लेकर थे । यह प्रदर्शन, एक बयान की गलत व्याख्या करते हुए किया जा रहा प्रदर्शन है।’’
भाषा
गोला मनीषा
मनीषा
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