मथुरा, 16 फरवरी (भाषा) उत्तर प्रदेश के मथुरा में सोमवार शाम को पुराने बस अड्डे पर बस में आग लगने की घटना में मरने वाले व्यक्ति की पहचान छत्तीसगढ़ के भिलाई शहर के निवासी 52 वर्षीय शैलेश उपाध्याय के रूप में हुई है। वह तोशिबा पावर कंपनी में बतौर महाप्रबंधक अलीगढ़ में कार्यरत थे।
पुलिस के मुताबिक, उपाध्याय के छोटे भाई मनीष उपाध्याय एवं बहनोई विक्रम दुबे ने यहां पहुंचकर उनकी शिनाख्त की है। फिर भी पुलिस अभी उनके बेटे के आने का इंतजार कर रही है और उसके बाद ही उनका पोस्टमार्टम कराया जाएगा।
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक विजय कुमार सिंह ने बताया कि परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार उपाध्याय रविवार को बस से वृन्दावन के बैरागी बाबा आश्रम में अपने भांजे रुद्राक्ष के यज्ञोपवीत संस्कार में भाग लेने के बाद सोमवार को वापस अलीगढ़ जाने के लिए मथुरा के पुराने बस अड्डे पहुंचे थे।
गौरतलब है कि बस में रखे ज्वलनशील पदार्थ में आग लगने से पूरी बस जलकर खाक हो गयी थी। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया था कि उन्होंने जान बचाने के लिए बस की खिड़की से कूदने का प्रयास किया लेकिन वे तब तक आग की चपेट में आ गए और जलकर उनकी मौत हो गयी।
सिंह ने बताया कि डिपो प्रभारी प्रेम सिंह की तहरीर पर बस चालक तेजवीर और परिचालक सुरेश पर गैरइरादतन हत्या तथा बस में ज्वलनशील पदार्थ रखने का मामला दर्ज किया गया है और उनकी तलाश की जा रही है।
भाषा सं. गोला
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