नयी दिल्ली, 14 फरवरी (भाषा) भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने सोमवार को कहा कि बजट में घोषित सरकारी हरित बांड के बारे में निर्णय अगले महीने किया जाएगा।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में कहा था कि सरकार हरित बुनियादी ढांचे के लिये संसाधन जुटाने को बांड जारी करेगी।
वित्त मंत्री के आरबीआई निदेशक मंडल को संबोधित करने के बाद दास ने संवाददाताओं से कहा कि नकद और ऋण प्रबंधन पर निगरानी समूह की अगले महीने बैठक होगी और हरित बांड जारी करने की योजना बनायी जाएगी।
परंपरा के अनुसार बजट बाद वित्त मंत्री रिजर्व बैंक निदेशक मंडल को संबोधित करती हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘कई ऐसे निवेशक हैं जिनके पास हरित बांड में निवेश को लेकर अलग से कोष है। इसी को देखते हुए हरित बांड लाने का निर्णय किया गया। यानी जब आप हरित बांड जारी करते हैं…इसका मकसद साफ होता है और यह अलग उद्देश्य के लिये होता है।’’
इससे घरेलू बांड बाजार में अंतरराष्ट्रीय निवेशकों की भागीदारी व्यापक होगी। इसका कारण कई ऐसे कोष हैं, जो केवल हरित बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में ही निवेश करना चाहते हैं।
बजट में संकेत दिया गया है कि हरित बांड अगले वित्त वर्ष के लिये कुल कर्ज का हिस्सा होगा।
सरकार ने वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान कोविड-19 महामारी से प्रभावित अर्थव्यवस्था को गति देने के लिये अपने व्यय जरूरतों को पूरा करने को लेकर रिकॉर्ड 11.6 लाख करोड़ रुपये बाजार से जुटाने का लक्ष्य रखा है।
वैश्विक सूचकांकों में सरकारी प्रतिभूतियों को शामिल किये जाने के बारे में उन्होंने कहा, ‘‘यह प्रक्रिया में है। पूर्व में सरकारी बांड को लेकर निवेशकों की पूर्ण रूप से पहुंच की व्यवस्था थी। इसमें कुछ सरकारी प्रतिभूतियों तक विदेशी निवेशकों की पूर्ण रूप से पहुंच थी। हम उस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। जहां तक सूचकांकों में शामिल करने की बात है, यह प्रक्रिया में है।’’
भाषा रमण अजय
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