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Thursday, 26 December, 2024
होमदेशप. बंगाल विधानसभा के सत्रावसान मामले में स्टालिन और धनखड़ के बीच चले शब्द बाण

प. बंगाल विधानसभा के सत्रावसान मामले में स्टालिन और धनखड़ के बीच चले शब्द बाण

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चेन्नई, 13 फरवरी (भाषा) तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने शनिवार को कहा कि पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ के राज्य विधानसभा का सत्रावसान करने के कृत्य का ‘‘कोई औचित्य नहीं’’ है।

इस पर पलटवार करते हुए धनखड़ ने कहा कि सरकार के अनुरोध पर विधानसभा का सत्रावसान किया गया और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री की टिप्पणियां कटु हैं तथा तथ्य पर आधारित नहीं हैं।

स्टालिन ने ट्वीट किया, ‘‘पश्चिम बंगाल के राज्यपाल का पश्चिम बंगाल विधानसभा का सत्रावसान करने के कृत्य का कोई औचित्य नहीं है और इतने ऊंचे पद पर बैठे व्यक्ति से इसकी उम्मीद नहीं की जा सकती और यह स्थापित नियमों और परंपराओं के खिलाफ है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘राज्य के ‘सांकेतिक’ प्रमुख को संविधान बरकरार रखने में आदर्श व्यक्ति होना चाहिए। लोकतंत्र की खूबसूरती एक-दूसरे को परस्पर सम्मान देने में है।’’

स्टालिन को जवाब देते हुए धनखड़ ने अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से कहा, ‘‘तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन का सम्मानपूर्वक ध्यान आकर्षित करना असामान्य रूप से उचित है कि उनकी अत्यधिक कटु और आहत करने वाली टिप्पणियां कम से कम तथ्यों पर आधारित नहीं है। ममता बनर्जी के अनुरोध पर विधानसभा का सत्रावसान किया गया।’’

धनखड़ ने इस संबंध में एक आधिकारिक पत्र भी पोस्ट किया।

गौरतलब है कि राज्यपाल धनखड़ ने राज्य सरकार की सिफारिश पर शनिवार को विधानसभा का सत्रावसान कर दिया था।

तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा, ‘‘राज्यपाल ने खुद से यह फैसला नहीं लिया। उन्होंने मंत्रिमंडल की सिफारिश पर विधानसभा का सत्रावसान किया। इसमें कोई भ्रम नहीं है।’’

भाषा

गोला दिलीप

दिलीप

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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