नयी दिल्ली, 10 फरवरी (भाषा) जमीन-जायदाद के विकास से जुड़ी कंपनियों ने बृहस्पतिवार को रिजर्व बैंक के नीतिगत दर रेपो को यथावत रखने के निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि आवास ऋण पर ऐतिहासिक रूप से निचली ब्याज दर से रिहायशी संपत्तियों की मांग में वृद्धि बनी रहेगी।
रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति के बारे में रियल एस्टेट कंपनियों का शीर्ष निकाय क्रेडाई (कनफेडरेशन ऑफ रियल एस्टेट डेवलपर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया) के अध्यक्ष हर्षवर्धन पटोडिया ने कहा, ‘‘बैंकों में उपलब्ध अधिशेष नकदी निश्चित रूप से क्षेत्रों को उपलब्ध कराई जानी चाहिए। इससे बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन होने के साथ आर्थिक पुनरुद्धार और वृद्धि को गति मिलेगी।’’
स्वायत्त स्वनियामकीय निकाय नारेडको (नेशनल रियल एस्टेट डेवलपमेंट काउंसिल) के उपाध्यक्ष निरंजन हीरानंदानी ने कहा, ‘‘आवास ऋण की ब्याज दरों के मामले में घर खरीदारों के लिये बाजार में अनुकूल स्थिति बनी हुई है। ‘‘हालांकि, जो संकेत हैं, उससे पता चलता है कि यह ब्याज दर का ‘ऐतिहासिक’ निचला स्तर लंबे समय तक जारी नहीं रहेगा। उन्होंने घर खरीदने को इच्छुक लोगों को निम्न ब्याज दर का लाभ उठाने की सलाह है।’’
टाटा रियल्टी एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लि. के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी संजय दत्त ने कहा कि नीतिगत दर को यथावत रखने के निर्णय से मौजूदा ब्याज दरें बनी रहेंगी। इससे मकान खरीदरों को बहुत ही कम ब्याज पर अपने सपने का मकान खरीदने में मदद मिलेगी।
एनारॉक के चेयरमैन अनुज पुरी ने कहा कि मौद्रिक नीति मकान खरीदरों के लिये बढ़िया है। ‘‘निम्न ब्याज दर की व्यवस्था बनाये रखने से कुछ और समय तक मकान खरीदना कर्ज के लिहाज से सस्ता बना रहेगा। यह ध्यान रखना होगा कि यह स्थिति लंबे समय तक नहीं रहेगी और जल्दी ही ब्याज दरें बढ़ेंगी। ’’
सीबीआरई के चेयरमैन और सीईओ (भारत, दक्षिण पूर्व एशिया, पश्चिम एशिया और अफ्रीका) अंशुमान मैगजीन ने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि यह उदार रुख मकान खरीदने वालों तथा भारत के रियल एस्टेट क्षेत्र के लिये बेहतर साबित होगा।’’
हाउसिंग डॉट कॉम, मकान डॉटकॉम एवं प्रॉपटाइगर डॉटकॉम के समूह सीईओ ध्रुव अग्रवाल ने कहा,‘‘मौद्रिक नीति समीक्षा में प्रमुख दरों को अपरिवर्तित रखने का आरबीआई का निर्णय अपेक्षा के अनुरूप है…आरबीआई के इस कदम का मतलब है कि आवास ऋण की ब्याज दरें रिकॉर्ड निचले स्तर पर बनी रहेंगी। इससे खरीदारों को संपत्ति खरीदने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा।’’
उन्होंने कहा कि यह रियल एस्टेट उद्योग को एक बड़ा प्रोत्साहन देने के साथ-साथ सरकार को भी अपने आवास लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करेगा।
एबीए कॉर्प के निदेशक और क्रेडाई (पश्चिमी उत्तर प्रदेश) के अध्यक्ष अमित मोदी ने कहा कि आरबीआई के कदम से रियल एस्टेट क्षेत्र को पूर्ण रूप से पुनरुद्धार में मदद मिलेगी।
नाइट फ्रैंक इंडिया के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने कहा कि कोविड महामारी के बाद आवास क्षेत्र में मजबूती देखी जा रही है। ऐसे में कम ब्याज दर से वृद्धि को समर्थन मिलेगा।
360 रियल्टर्स के निदेशक संजीव अरोड़ा ने कहा कि केंद्रीय बैंक का कदम भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा संकेत है। बजट में अधिक पूंजीगत व्यय के साथ ब्याज दर को निचले स्तर पर बनाये रखने से रियल्टी क्षेत्र को और बढ़ावा मिलेगा।
एसकेए ग्रुप के निदेशक संजय शर्मा ने कहा कि रिजर्व बैंक ने लगातार 10वीं बार रेपो दर में कोई बदलाव नहीं किया। इससे आवास ऋण पर ब्याज दरें स्थिर बनी रहेंगी और एक बार फिर इसका सीधा फायदा घर खरीदारों को मिलेगा। इस कदम से रियल एस्टेट क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा।
मास्टर्स इन्फ्रा के निदेशक निखिल आनंद, ने कहा कि आरबीआई के कदम से वाणिज्यिक रियल एस्टेट क्षेत्र को मदद मिलेगी। स्पेक्ट्रम मेट्रो के परियोजना प्रमुख सागर सक्सेना ने कहा कि आरबीआई ने अपेक्षा के अनुरूप ही रेपो दर को यथावत रखा है। यह कदम वाणिज्यिक रियल एस्टेट क्षेत्र को महामारी की तीसरी लहर से उबरने में मदद करेगा।
भाषा रमण अजय
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