मुंबई, 10 फरवरी (भाषा) भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बृहस्पतिवार को बैंकों और एनबीएफसी (गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों) से भविष्य की अनिश्चितताओं का मुकाबला करने के लिए पूंजी बढ़ाने और उपयुक्त बफर बनाने की प्रक्रिया जारी रखने को कहा।
उन्होंने द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा जारी करते हुए कहा कि आरबीआई बैंक और एनबीएफसी क्षेत्रों पर महामारी के प्रकोप पर नजर रखे हुए हैं, जबकि नियामक के राहत और समाधान के उपाए पूरी तरह काम कर रहे हैं।
दास ने कहा कि रिजर्व बैंक ने नकदी की कमी को दूर करने, बाजार में भरोसा बहाल करने और वित्तीय बाजार के अन्य क्षेत्रों में संक्रमण रोकने के लिए तेजी से और निर्णायक कदम उठाकर वित्तीय स्थिरता बनाए रखने को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है।
उन्होंने कहा कि महामारी से जुड़ी चुनौतियों के बावजूद भारतीय वित्तीय प्रणाली मजबूत बनी हुई है और अब ऋण मांगों को पूरा करने के लिए एक बेहतर स्थिति में है।
दास ने कहा कि अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों (एससीबी) के बहीखाते पिछले वर्षों की तुलना में मजबूत है।
भाषा पाण्डेय रमण
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