नयी दिल्ली, आठ फरवरी (भाषा) दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री ने हुंदै की पाकिस्तान ईकाई की तरफ से तथाकथित ”कश्मीर एकजुटता दिवस” पर सोशल मीडिया पर पोस्ट साझा कर भारत के लोगों तथा सरकार की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए मंगलवार को खेद जताया।
इससे एक दिन पहले भारत ने दक्षिण कोरिया के राजदूत को तलब किया था और इस तरह की अस्वीकार्य पोस्ट को लेकर कड़ी नाखुशी दर्ज करायी थी।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि दक्षिण कोरिया के राजदूत चांग जेइ-बोक को सोमवार को तलब किया गया और उनसे दो टूक कहा गया कि देश की क्षेत्रीय अखंडता से जुड़े मामले में कोई समझौता नहीं किया जा सकता। सियोल में भारत के राजदूत ने भी हुंदै मुख्यालय से संपर्क किया और इस पर स्पष्टीकरण मांगा।
गौरतलब है कि तथाकथित कश्मीर एकजुटता दिवस पर हुंदै पाकिस्तान के एक ट्वीट से बड़ा विवाद पैदा हो गया और भारत में सोशल मीडिया पर कुछ उपयोगकर्ताओं ने कंपनी द्वारा बनायी कारों का बहिष्कार करने तक का आह्वान किया।
इस मुद्दे से कूटनीतिक तनाव शुरू होने की आशंका के बीच बागची ने बताया कि दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री चुंग युआई योंग ने विदेश मंत्री एस जयशंकर को फोन किया और बातचीत के दौरान इस मामले से भारत के लोगों और सरकार की भावनाओं को ठेस पहुंचने के लिए खेद जताया है।
दक्षिण कोरियाई विदेश मंत्री से बातचीत के बाद जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘‘दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री चुंग युआई योंग से फोन पर बातचीत हुई। हुंदै मामले समेत द्विपक्षीय और बहु-स्तरीय मुद्दों पर चर्चा हुई।’’
हुंदै को कड़ा संदेश देते हुए बागची ने कहा कि इन मुद्दों से उचित तरह से निपटने के लिए भारत हुंदै द्वारा पर्याप्त कार्रवाई करने की अपेक्षा करता है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि भारत विभिन्न क्षेत्रों में विदेशी कंपनियों के निवेश का स्वागत करता है लेकिन वह यह भी उम्मीद करता है कि ये कंपनियां या इनसे संबंध कंपनियां संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के मामलों पर ‘‘झूठी और भ्रामक’’ टिप्पणियां करने से बचेंगी।’’
बागची ने कहा, ‘‘हमने हुंदै की पाकिस्तान ईकाई द्वारा तथाकथित कश्मीर एकजुटता दिवस पर सोशल मीडिया पर एक पोस्ट देखा था। रविवार को सोशल मीडिया पोस्ट सामने आने के तत्काल बाद सियोल में भारतीय राजदूत ने हुंदै मुख्यालय से संपर्क किया और उनसे स्पष्टीकरण मांगा।’’
उन्होंने इस मुद्दे पर मीडिया में एक सवाल का जवाब देते हुए कहा, ‘‘इस पोस्ट को बाद में हटा दिया गया। कोरिया गणराज्य के राजदूत को विदेश मंत्रालय ने कल तलब किया था। उनसे हुंदै पाकिस्तान द्वारा अस्वीकार्य सोशल मीडिया पोस्ट पर सरकार की कड़ी नाखुशी जतायी गयी। यह बताया गया कि यह मामला भारत की क्षेत्रीय अखंडता से जुड़ा है जिस पर कोई समझौता नहीं किया जा सकता। हम कंपनी से इन मुद्दों से उचित तरीके से निपटने के लिए पर्याप्त कार्रवाई करने की उम्मीद करते हैं।’’
बागची ने कहा, ”हुंदै मोटर्स द्वारा एक बयान जारी कर भारत के लोगों के प्रति गहरा खेद व्यक्त किया गया है। बयान में यह स्पष्ट किया गया कि वे राजनीतिक या धार्मिक मुद्दों पर टिप्पणी नहीं करते।”
संसद में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा, ‘‘यह मुद्दा वहां की सरकार तथा संबंधित कंपनी के समक्ष उठाया गया। उन्होंने (हुंदै) कल स्पष्टीकरण दे दिया था। हमने उनसे इस मुद्दे पर अधिक प्रभावी तरीके से स्पष्ट रूप से माफी मांगने के लिए कहा है।’’
हुंदै ने अपनी कारों के बहिष्कार का आह्वान का सामना किए जाने के बाद एक स्पष्टीकरण जारी किया था लेकिन कंपनी से स्पष्ट रूप से माफी मांगने की मांग की गयी है।
हुंदै ने अपने बयान में कहा कि वह ‘‘किसी खास क्षेत्र के राजनीतिक या धार्मिक मुद्दों पर टिप्पणी नहीं करती है।’’ उसने कहा, ‘‘अत: यह स्पष्ट रूप से हुंदै मोटर्स की नीति के खिलाफ है कि पाकिस्तान में स्वतंत्र रूप से मालिकाना हक वाला वितरक उनके अकाउंट्स से अनधिकृत कश्मीर संबंधित सोशल मीडिया पोस्ट करें।’’ उसने कहा कि ये ट्वीट्स हटा दिए गए हैं।
भाषा गोला उमा
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