औरंगाबाद (महाराष्ट्र), सात फरवरी (भाषा) दलित इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (डिक्की) के संस्थापक मिलिंद कांबले ने सोमवार को कहा कि कोविड-19 महामारी के बीच देश में रोजगार को प्रोत्साहित करना जरूरी है और केंद्र ने 2022-23 के आम बजट में एमएसएमई क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न कदमों की रूपरेखा पेश कर ऐसा ही करने की कोशिश की है।
कांबले ने यहां संवाददाताओं से चर्चा में कहा कि अनुसूचित जातियों (एससी) के बीच उद्यमशीलता को प्रोत्साहन देने के लिए केंद्र ने ‘डॉक्टर अंबेडकर यंग एंटरप्रेन्योर लीग 2022’ की शुरुआत की है।
उन्होंने कहा, ‘‘केंद्र सरकार ने सामाजिक न्याय विभाग के अंबेडकर सामाजिक नवाचार एवं इनक्यूबेशन मिशन (एएसआईआईएम) के तहत अंबेडकर यंग एंटरप्रेन्योर (एवाईई) लीग प्रतियोगिता शुरू की है जिसके तहत वह देश में 1,000 व्यावसायिक विचारों को धन देगी।’’
कांबले ने कहा कि प्रमुख संस्थानों की साझेदारी में राष्ट्रीय स्तर की यह प्रतियोगिता तीन चरणों में होगी। उन्होंने कहा कि एवाईई लीग के तहत 15 फरवरी तक व्यावसायिक विचारों को आमंत्रित किया गया है और आठ आईआईटी तथा दो आईआईएम के विशेषज्ञ उनकी पड़ताल करेंगे।
डिक्की संस्थापक ने कहा कि इस प्रतियोगिता का अंतिम चरण दिल्ली में आयोजित होगा।
आम बजट के बारे में कांबले ने कहा कि इसमें सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) के लिए कई सकारात्मक कदम उठाए गए हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘महामारी के बीच देश में रोजगार को बढ़ावा देना जरूरी था। सरकार ने (बजट में) ऐसा करने की कोशिश की है। इसके साथ ही सरकार ने खर्च भी बढ़ाया है और एमएसएमई क्षेत्र के लिए कई कदम उठाए हैं।’’
भाषा पाण्डेय प्रेम
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