scorecardresearch
Sunday, 17 November, 2024
होमदेशतेलंगाना में मोदी के दौरे के दौरान नदारद रहे मुख्यमंत्री राव, भाजपा की तीखी प्रतिक्रिया

तेलंगाना में मोदी के दौरे के दौरान नदारद रहे मुख्यमंत्री राव, भाजपा की तीखी प्रतिक्रिया

Text Size:

हैदराबाद, पांच फरवरी (भाषा) तेलंगाना राष्ट्र समिति और भारतीय जनता पार्टी में बढ़ते वाक्युद्ध के बीच राज्य के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शहर के दौरे के दौरान नदारद रहे। उन्होंने कहा कि वह स्वस्थ नहीं हैं, इसलिए वह प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके।

मुख्यमंत्री को केसीआर के नाम से भी जाना जाता है। उनकी अनुपस्थिति पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि केसीआर प्रोटोकॉल का पालन करने में विफल रहे और आरोप लगाया कि उन्होंने प्रधानमंत्री का अपमान किया है।

मुख्यमंत्री राव के प्रधानमंत्री के कार्यक्रमों में शामिल न होने पर स्पष्टीकरण देते हुए टीआरएस पार्टी ने अपने ट्वीटर पेज पर कहा कि मुख्यमंत्री के लिए एक निजी दौरे के दौरान प्रधानमंत्री की अगवानी करना आवश्यक नहीं होता है।

उसने ट्वीट किया, ‘‘निजी दौरे पर प्रधानमंत्री की अगवानी करना मुख्यमंत्री के लिए आवश्यक नहीं होता है। यह पूरी तरह भारत सरकार द्वारा जारी प्रोटोकॉल के अनुसार है जिसे गृह मंत्रालय ने वैधता दी है। तेलंगाना भाजपा को ये सस्ते और भ्रामक हथकंडे रोक देने चाहिए।’’

मोदी 11वीं सदी के संत श्री रामानुजाचार्य की स्मृति में ‘स्टैच्यू ऑफ इक्वैलिटी’ राष्ट्र को समर्पित करने और अर्ध-शुष्क उष्णकटिबंधीय के लिए अंतरराष्ट्रीय फसल अनुसंधान संस्थान (आईसीआरआईएसएटी) की 50वीं वर्षगांठ समारोह की शुरुआत करने आए थे। वह करीब सात घंटे तक राज्य में रहे।

आईसीआरआईएसएटी के दौरे के दौरान मोदी को एक खेत से चने तोड़ते हुए और उन्हें चबाते हुए देखा गया। उन्होंने रामानुजाचार्य के प्रतिमा स्थल पर यज्ञ शाला में विशेष पूजा-अर्चना की तथा पंडितों से आशीर्वाद लिया।

केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने भी आईसीआरआईएसएटी के कार्यक्रम को संबोधित किया।

राज्यपाल तमिलिसाई सौंदरराजन, केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी और तेलंगाना के मंत्री तलसानी श्रीनिवास यादव उन वीआईपी लोगों में शामिल थे, जिन्होंने हवाई अड्डे पर मोदी की अगवानी की।

राव के आधिकारिक निवास ‘प्रगति भवन’ के सूत्रों ने पीटीआई-भाषा को बताया कि मुख्यमंत्री की तबीयत ठीक नहीं है, क्योंकि वह ‘‘बुखार से पीड़ित हैं।’’ सूत्रों ने संकेत दिया था कि राव श्री रामानुजाचार्य कार्यक्रम में भाग ले सकते हैं। हालांकि, वह मंच पर नहीं देखे गए।

मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) के एक पत्र में कहा गया कि तलसानी श्रीनिवास यादव को आज दौरे के दौरान प्रधानमंत्री के आगमन और प्रस्थान के समय उनका स्वागत करने और विदा करने के लिए नामित किया गया है।

इस बीच, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बंदी संजय कुमार ने राव की अनुपस्थिति पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के दौरे के दौरान ‘‘मुख्यमंत्री की ओर से इस तरह के खोखले बहाने का हवाला देना शर्मनाक है।’’

कुमार ने कहा, ‘‘यह बिल्कुल स्पष्ट है कि मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री को अपना चेहरा नहीं दिखाना चाहते हैं, क्योंकि पूरा देश प्रधानमंत्री के बारे में राव द्वारा कही गई बात से खफा है। उन्होंने सवाल किया, ‘‘राव, क्या यही आपकी संस्कृति है? आप दावा करते हैं कि आपने 80,000 किताबें पढ़ी हैं। क्या आपने उनसे यही सीखा है?’’

कुमार ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री का अपमान पूरे देश का अपमान है। राव अभद्र भाषा इस्तेमाल करने के बाद अब मोदी का सामना करने से डर रहे हैं।’’

पिछले कुछ समय से भाजपा और टीआरएस के बीच लगातार जुबानी जंग चल रही है। क्षेत्रीय पार्टी ने आरोप लगाया कि केंद्र ने तेलंगाना से धान खरीदने से इनकार कर दिया, जबकि भाजपा ने आरोपों को खारिज किया।

गौरतलब है कि बंदी संजय को हाल में तब गिरफ्तार किया गया था जब वह सरकारी कर्मचारियों से जुड़े एक आदेश के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए करीमनगर में अपने कार्यालय में ‘‘दीक्षा’’ ले रहे थे।

इस घटना के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं ने बड़े पैमाने पर प्रदर्शन किए और करीमनगर के सांसद ने पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने तथा अन्य अधिकारियों के खिलाफ मनमाने ढंग से गिरफ्तार करने का आरोप लगाते हुए लोकसभा सचिवालय में शिकायत दर्ज करायी।

केंद्रीय बजट 2022-23 को ‘गोलमाल बजट’ बताते हुए राव ने हाल में दावा किया था कि यह लोगों के साथ ‘‘विश्वासघात’’ है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी दोनों देश को अपनी क्षमता का एहसास कराने में विफल रही हैं। साथ ही उन्होंने कहा था कि वह ‘‘गुणात्मक परिवर्तन’’ लाने की दिशा में प्रयास करेंगे।

राव ने दावा किया था कि मोदी ‘‘बहुत अदूरदर्शी प्रधानमंत्री’’ हैं, क्योंकि बजट में गुजरात के गिफ्ट सिटी में विवाद समाधान के लिए एक मध्यस्थता केंद्र स्थापित करने का प्रस्ताव दिया गया है, जबकि ऐसा केंद्र पहले से ही हैदराबाद में स्थापित किया जा रहा है।

भाषा

गोला माधव

माधव

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

share & View comments