scorecardresearch
Sunday, 17 November, 2024
होमदेशसरकार ने ओवैसी को ‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा दी, एआईएमआईएम प्रमुख ने ‘ए’ श्रेणी का नागरिक बनाने कहा

सरकार ने ओवैसी को ‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा दी, एआईएमआईएम प्रमुख ने ‘ए’ श्रेणी का नागरिक बनाने कहा

Text Size:

नयी दिल्ली, चार फरवरी (भाषा) हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी की कार पर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में गोलीबारी होने के एक दिन बाद केंद्र ने शुक्रवार को उन्हें ‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा प्रदान करने की पेशकश की, लेकिन ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख ने इसे लेने से मना कर दिया और सरकार से इसके बजाय उन्हें सभी के समान ‘ए’ श्रेणी का नागरिक बनाने को कहा।

केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि बृहस्पतिवार शाम उत्तर प्रदेश के हापुड़ में हुई घटना के बाद ओवैसी को खतरे का नये सिरे से आकलन किया गया। यह घटना उस वक्त हुई थी, जब ओवैसी उत्तर प्रदेश में 10 फरवरी से होने जा रहे चुनाव के लिए प्रचार करने के बाद दिल्ली लौट रहे थे। घटना के बाद दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें से एक गौतम बुद्ध नगर (उप्र) से हैं और दूसरा पश्चिमी उप्र के सहारनपुर से है। उन दोनों पर हत्या की कोशिश का मामला दर्ज किया गया है।

ओवैसी ने संसद में कहा कि उन्हें सरकार द्वारा प्रदान किया गया सुरक्षा कवर-केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल(सीआरपीएफ) कमांडो द्व़ारा चौबीसों घंटे सुरक्षा-नहीं चाहिए।

उन्होंने लोकसभा में कहा, ‘‘मुझे जेड श्रेणी की सुरक्षा नहीं चाहिए। मैं आप सबके समान ‘ए’ श्रेणी का नागरिक होना चाहता हूं। जिन्होंने मुझ पर गोली चलाई, उन पर यूएपीए ( गैर कानूनी गतिविधि रोकथाम कानून) क्यों नहीं लगाया गया? …मैं जिंदा रहना चाहता हूं, बोलना चाहता हूं। मैं उन लोगों से डरने वाला नहीं हूं, जिन्होंने मेरी कार पर गोलियां चलाईं।’’

ओवैसी ने बृहस्पतिवार शाम चुनाव आयोग से घटना की एक स्वतंत्र जांच सुनिश्चित करने का अनुरोध किया था।

उन्होंने सरकार से हमलावरों पर यूएपीए के सख्त प्रावधान लगाने का आग्रह किया और देश में कट्टरपंथ को खत्म करने की अपील की।

वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इस विषय पर सोमवार को सदन में एक बयान देंगे।

उल्लेखनीय है कि बृहस्पतिवार शाम हुए हमले में कोई भी घायल नहीं हुआ।‘जेड-प्लस’ भारत में उच्च खतरे की आशंका वाले व्यक्ति को प्रदान की जाने वाली उच्चतम श्रेणी की सुरक्षा है। हालांकि, यह फिलहाल स्पष्ट नहीं है कि यह सुरक्षा कवर ओवैसी को पूरे भारत में प्रदान की जाएगी या सिर्फ चुनावी राज्य उत्तर प्रदेश में उनके चुनाव प्रचार करने के दौरान।

गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने लोकसभा में ओवैसी के बयान के शीघ्र बाद कहा कि सीआरपीएफ के अधिकारी उनके आवास पर जाएंगे और सरकार के फैसले से उन्हें अवगत कराएंगे।

एक अधिकारी ने बताया, ‘‘जिस व्यक्ति को सुरक्षा की पेशकश की गई है यदि वह इसे लेने में रूचि नहीं रखते हैं तो उन्हें लिखित में इस बारे में बताना होगा, जिसके बाद एक अंतिम फैसला लिया जाएगा।’’

उत्तर प्रदेश पुलिस अधिकारियों के मुताबिक आवैसी की कार पर हमले के दो संदिग्ध लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

पुलिस ने दोनों के खिलाफ हत्या की कोशिश के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की है और उन्हें स्थानीय अदालत ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया।

पुलिस ने एक बयान में बताया कि दोनों की पहचान शुभम और सचिन के रूप में की गयी है। वे क्रमश: सहारनपुर तथा गौतमबुद्ध नगर जिले के रहने वाले हैं।

पुलिस ने बताया कि उनके पास से दो पिस्तौल बरामद की गई। एक मारूति अल्टो कार भी मामले में जब्त की गई है।

उधर, ओवैसी के गृह राज्य तेलंगाना में सत्तारूढ़ टीआरएस और कांग्रेस के नेताओं ने घटना की निंदा की।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि हैदराबाद के पुराने शहर में कुछ दुकानदारों ने इस घटना के बाद अपनी मर्जी से दुकानें बंद रखीं। हालांकि, जुमे की नमाज शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गयी।

इस बीच, तेलंगाना में सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के अध्यक्ष और निगम प्रशासन मंत्री के टी रामा राव ने इस गोलीबारी की निंदा की।

मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के बेटे के टी रामा राव ने ट्वीट किया, ‘‘ खुशी है कि आप सुरक्षित हैं असद भाई…इस कायरना हरकत की कड़ी निंदा करता हूं।’’

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मर्री शशिधर रेड्डी ने दावा किया कि ऐसा जान पड़ता है कि चुनाव फायदे के लिए उत्तर प्रदेश में लोगों का ध्रुवीकरण करने के वास्ते सांप्रदायिक उन्माद फैलाने के लिए ऐसा किया गया।

उप्र में सात चरणों में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए प्रथम चरण में 10 फरवरी को मतदान होगा, जबकि 10 मार्च को मतगणना होगी।

भाषा

सुभाष दिलीप

दिलीप

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

share & View comments