जयपुर, चार फरवरी (भाषा) राजस्थान विधानसभा के आगामी बजट सत्र से पहले राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस के विधायक यहां दो दिवसीय ‘चिंतन शिविर’ में भाग लेंगे जो छह एवं सात फरवरी को आयोजित किया जायेगा। कांग्रेस ने इसकी जानकारी दी ।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता स्वर्णिम चतुर्वेदी ने शुक्रवार को बताया कि राज्य के कांग्रेस एवं सहयोगी दलों के विधायकों के लिये छह एवं सात फरवरी को दो दिवसीय आवासीय चिंतन शिविर दिल्ली रोड पर एक होटल में होगा। शिविर में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं राजस्थान प्रभारी अजय माकन, प्रदेश अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, कांग्रेस/सहयोगी दलों के विधायक तथा कांग्रेस सरकार को समर्थन दे रहे निर्दलीय एवं सम्बद्ध विधायक भाग लेंगे।
राजस्थान विधानसभा का सातवां सत्र नौ फरवरी से शुरू होगा और यह सत्र ऐसे समय में हो रहा है जब राज्य सरकार राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (रीट) के पेपर लीक प्रकरण तथा कानून-व्यवस्था को लेकर मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के निशाने पर है। इसके साथ ही बेरोजगारों का एक तबका भी आंदोलन की राह पर है।
चतुर्वेदी ने बताया कि चिंतन शिविर में राजस्थान सरकार के 3 साल के कार्यकाल की उपलब्धियां, जनघोषणा पत्र की पालना, संगठनात्मक कार्यों में विधायकगण की भागीदारी के साथ ही विधानसभा के आगामी बजट सत्र को लेकर चर्चा होगी तथा वर्ष 2023 में पुन: राजस्थान की सत्ता में वापसी के साथ ही सन 2024 में केन्द्र से भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने हेतु रणनीति पर विचार-विमर्श किया जायेगा। चिंतन शिविर में कांग्रेस डिजिटल सदस्यता अभियान की समीक्षा की जायेगी।
उल्लेखनीय है कि 200 सीटों वाली राजस्थान विधानसभा में इस समय कांग्रेस के 108, भाजपा के 71, निर्दलीय 13, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के तीन, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और भारतीय ट्राइबल पार्टी के दो-दो विधायक हैं।
इस बीच, विधानसभा सचिवालय ने नौ फरवरी से शुरू होने वाले बजट सत्र की तैयारियां शुरू कर दी हैं। विधानसभा सचिव महावीर प्रसाद शर्मा ने बृहस्पतिवार को बैठक कर सभी व्यवस्थाओं की समीक्षा की और संबंधित विभागों के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
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