कोलंबो, चार फरवरी (भाषा) श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने शुक्रवार को कहा कि देश उद्यमियों को प्रेरित किए बगैर और उनके रास्ते से बाधाओं को हटाए बिना आर्थिक विकास को गति नहीं दे सकता है।
राजपक्षे ने विदेशी निवेश पर जोर देते हुए जनता से अनुरोध किया कि इसके खिलाफ ‘गलत प्रचार’ करने वालों से वे सावधान रहें।
देश के 74वें राष्ट्रीय दिवस समारोह को संबोधित करते हुए राजपक्षे ने विदेशी निवेश को बढ़ावा देने की सरकार की नीति का बचाव करते हुए कहा कि विकास प्रक्रिया में यह एक आवश्यक तत्व है।
राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘बड़ी परियोजनाओं के लिए विदेशी निवेश विशेषतौर पर महत्वपूर्ण है।’’ उन्होंने विदेशी निवेश के खिलाफ भावनाओं को भड़काने वाली ताकतों के प्रति सचेत रहने का आग्रह किया।
राजपक्षे की सरकार को विदेशी संस्थाओं के साथ सौदे करने पर कारोबारी संघों और कुछ विपक्षी दलों की आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। श्रीलंका ने कोलंबो बंदरगाह के विकास के लिए भारत के अडाणी समूह के साथ करार किया है।
उन्होंने कहा, ‘‘उद्यमशीलता को बढ़ावा दिए बिना और उद्यमियों के सामने आने वाले अवरोधकों को हटाए बगैर हम आर्थिक वृद्धि की रफ्तार तेज नहीं कर सकते हैं।’’
श्रीलंका इस समय गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा है, उसके मुद्रा भंडार को बढ़ाने के लिए भारत ने उसे आर्थिक सहायता दी है।
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