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Sunday, 22 September, 2024
होमदेशईडी ने धोखाधड़ी एफएसआई संबंधी धनशोधन जांच के सिलसिले में महाराष्ट्र के व्यापारी को गिरफ्तार किया

ईडी ने धोखाधड़ी एफएसआई संबंधी धनशोधन जांच के सिलसिले में महाराष्ट्र के व्यापारी को गिरफ्तार किया

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नयी दिल्ली/मुम्बई , दो फरवरी (भाषा) प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को महाराष्ट्र के व्यापारी प्रवीण राउत को उनसे संबंधित एक कंपनी द्वारा एक भूखंड की एफएसआई की बिक्री में कथित अनियमितता से जुड़े धनशोधन मामले में गिरफ्तार किया। यह कंपनी हाउसिंग डेवलपमेंट इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (एचडीआईएल) की सहायक कंपनी है।

पंजाब एंड महाराष्ट्र कोरपोरेटिव (पीएमसी) बैंक में 4300 करोड़ रूपये की कथित धोखाधड़ी के सिलसिले में एचडीआईएल ईडी एवं कुछ अन्य एजेंसियों की जांच से गुजर रही है।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि ईडी ने प्रवीण राउत को मुम्बई में अपने कार्यालय में पूछताछ करने के बाद धनशोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत गिरफ्तार किया। उसने मंगलवार को महाराष्ट्र में राउत से जुड़े परिसरों की तलाशी की थी।

ईडी की जांच में पाया गया कि महाराष्ट्र आवास एवं क्षेत्र विकास प्राधिकरण (एमएचएडीए) ने गुरूआशीष कंस्ट्रक्शन नामक कंपनी को मुम्बई के उपनगरीय क्षेत्र में ‘चॉल’ का पुनर्विकास करने का ठेका दियाथा और इस परियोजना के तल क्षेत्र अनुपात (फ्लोर स्पेश इंडेक्स) की बिक्री में कुछ कथित अनियमितताएं सामने आयीं। गुरूआशीष कंस्ट्रक्शन कंपनी का संबंध प्रवीण राउत से है।

एजेंसी ने पिछले साल पीएमसी बैंक धनशोधन मामले में प्रवीण राउत की 72 करोड़ रूपये की परिसंपत्तियां कुर्क की थी। तब उसने (ईडी ने) कहा था कि ‘‘जांच से खुलासा हुआ है कि आरोपी प्रवीण राउत ने कुछ व्यक्तियों के साथ साजिश एवं मिलीभगत कर एचडीआईएल के मार्फत 95 करोड़ रूपये की हेराफेरी की।

ईडी ने एक बयान में कहा था, ‘‘ इस रकम का स्रोत पीएमसी बैंक से एचडीआईएल द्वारा लिया गया अवैध ऋण /अग्रिम राशि है। प्रवीण राउत को किये गये इन भुगतानों के पक्ष में कोई दस्तावेज या करार नहीं है।’’

उसने कहा कि एचडीआईएल के लेजर के अनुसार यह रकम प्रवीण राउत को पालघर में जमीन अधिग्रहण के लिए दी गयी।

एजेंसी ने पिछले साल शिवसेना सांसद संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत से पीएमसी बैंक मामले तथा प्रवीण राउत की पत्नी के साथ उनके कथित संबंध के बारे में पूछताछ की थी।

उसने कहा था कि प्रवीण राउत ने अपनी पत्नी माधुरी प्रवीण राउत को अपराध से प्राप्त आय से 1.6 करोड़ रूपये दिये थे। उक्त रकम में से माधुरी ने वर्षा राउत को ब्याजमुक्त ऋणमुक्त के तौर पर 55 लाख रूपये ( 23दिसंबर, 2020 को 50लाख तथा 15 मार्च, 2011 को पांच लाख रूपये) दिये थे।

ईडी ने कहा था, ‘‘ यह रकम मुम्बई के दादर पूर्व में फ्लैट की खरीद में इस्तेमाल की गयी थी।’’

जांच में पाया गया था कि वर्षा संजय राउत और माधुरी प्रवीण राउत ‘अवनि कंस्ट्रक्शन में साझेदार हैं तथा वर्षा राउत ने महज 5625 रूपये के योगदान पर इस निकाय से 12 लाख रूपये निकाले थे। ’’

ईडी ने पीएमसी बैंक में कथित ऋण धोखाधड़ी की जांच करने के लिए अक्टूबर, 2020 में धनशोधन का आपराधिक मामला दायर किया था और एचडीआईएल, उसके प्रवर्तकों राकेश कुमार वाधवान, उनके बेटे सारंग वाधवान, उसके पूर्व अध्यक्ष वरयाम सिंह एवं पूर्व प्रबंध निदेशक जॉय थॉमस के विरूद्ध मामला दर्ज किया था।

उसने उनके विरूद्ध मुम्बई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा की प्राथमिकी का संज्ञान लिया था। शाखा ने उनपर पीएमसी बैंक को 4355 करोड़ रूपये का नुकसान एवं अपने को फायदा पहुंचाने का आरोप लगाया था।

भाषा राजकुमार उमा

उमा

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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