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Wednesday, 25 September, 2024
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शेयर बाजारों में तेजी जारी, सेंसेक्स 696 अंक मजबूत, बैंक, वित्तीय शेयर चमके

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मुंबई, दो फरवरी (भाषा) बजट से उत्साहित शेयर बाजारों में तेजी का दौर बुधवार को भी जारी रहा और बीएसई सेंसेक्स करीब 696 अंक उछलकर फिर 59,500 अंक के स्तर को लांघ गया।

कारोबार के दूसरे सत्र में बैंक एवं वित्तीय कंपनियों के शेयरों में भारी लिवाली से सेंसेक्स को मजबूती मिली। इसके अलावा अनकूल वैश्विक संकेतों ने भी बाजार को तेजी देने का काम किया।

कारोबारियों के अनुसार, केंद्रीय बजट में बुनियादी ढांचा क्षेत्र के लिये अधिक आवंटन के साथ पूंजीगत व्यय बढ़ने से मौजूदा आर्थिक पुनरुद्धार को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। इसका बाजार ने स्वागत किया।

बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स कारोबार के अंत में 695.76 अंक यानी 1.18 प्रतिशत बढ़कर 59,558.33 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 203.15 अंक यानी 1.16 प्रतिशत की बढ़त के साथ 17,780.00 अंक पर बंद हुआ।

सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में से इंडसइंड बैंक 5.57 प्रतिशत की तेजी के साथ सर्वाधिक फायदे में रही। बजाज फिनसर्व, एचसीएल, बजाज फाइनेंस, कोटक महिंद्रा बैंक और एक्सिस बैंक में भी अच्छी तेजी रही।

एचडीएफसी में 1.87 प्रतिशत की तेजी आयी। कंपनी का एकीकृत शुद्ध लाभ दिसंबर, 2021 को समाप्त तिमाही में करीब 13 प्रतिशत बढ़कर 5,837 करोड़ रुपये रहने की खबर से इसके शेयर में मजबूती आयी।

दूसरी तरफ टेक महिंद्रा, नेस्ले इंडिया, अल्ट्राटेक सीमेंट, मारुति सुजुकी, एलएंडटी और सन फार्मा के शेयर 1.61 प्रतिशत तक नुकसान के साथ बंद हुए।

सेंसेक्स में शामिल 30 कंपनियों में से 21 के शेयर लाभ में रहे जबकि नौ में घाटा उठाना पड़ा।

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘घरेलू बाजार में बजट के अच्छे संकेत तथा वैश्विक स्तर पर सकारात्मक रुख से तेजी बनी रही। ज्यादातर क्षेत्र लाभ में रहे। हालांकि, तेजी में बैंक और वित्तीय शेयरों का योगदान ज्यादा रहा।’’

उन्होंने कहा, ‘‘वैश्विक बाजारों में तेजी के साथ कंपनियों के बेहतर परिणाम से निवेशकों ने भू-राजनीतिक तनाव को ज्यादा महत्व नहीं दिया। कंपनियों के तिमाही परिणाम के अलावा निवेशकों को तेल निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक) और उनके सहयोगी देशों की बैठक के नतीजे का इंतजार है। इसके अलावा यूरो क्षेत्र के मुद्रास्फीति के आंकड़े की भी प्रतीक्षा है।’’

रेलिगेयर ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष (शोध) अजित मिश्रा ने कहा कि केंद्रीय बजट के बाद बाजार में उत्साह रहा। इसके अलावा, वैश्विक पुनरुद्धार और कंपनियों के अनुकूल परिणाम तेजी को आगे बढ़ा रहे हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘इन सबके बीच यह नहीं भूलना चाहिए कि निफ्टी सूचकांक अभी भी 18,000-18,300 के नीचे कारोबार कर रहा है और यह एक बाधा के रूप में काम करेगा। हमें लगता है कि निवेशकों को उन क्षेत्रों पर गौर करना चाहिए जो सूचकांक के अनुरूप कारोबार कर रहे हैं। इनमें बैंक तथा वित्तीय क्षेत्र प्रमुख हैं।’’

एशिया के अन्य बाजारों में जापान का निक्की लाभ में रहा। वहीं चीन, हांगकांग एवं दक्षिण कोरिया के बाजार चंद्र नव वर्ष के मौके पर बंद रहे।

यूरोप के बाजारों में दोपहर के सत्र में तेजी का दौर देखने को मिला।

इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.27 प्रतिशत बढ़कर 89.40 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर रहा।

अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया एक पैसे के नुकसान के साथ 74.83 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।

शेयर बाजारों से मिली जानकारी के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने मंगलवार को 21.79 करोड़ रुपये की निकासी की।

भाषा

रमण अजय

अजय

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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