चंडीगढ़, दो फरवरी (भाषा) पंजाब विधानसभा के बहुकोणीय चुनाव में सभी राजनीति दलों के नेता अपने-अपने प्रतिद्वंद्वियों को तरह-तरह की चुनौतियां देकर उन्हें ललकार रहे हैं।
ऐसी चुनौती देने वाले राजनेताओं में पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, उनके पूर्ववर्ती एवं पंजाब लोक कांग्रेस (पीएलसी) के प्रमुख अमरिंदर सिंह और कांग्रेस की राज्य इकाई के प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू शामिल हैं।
कांग्रेस द्वारा चन्नी को दो सीटों से उम्मीदवार बनाए जाने और अमृतसर पूर्व सीट पर सिद्धू के साथ मुकाबला के लिए शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया के मैदान में उतरने के बाद यहां मुकाबला दिलचस्प और कांटे का हो गया है।
चन्नी, चमकौर साहिब (अनुसूचित जाति) और भदौर (अनुसूचित जाति) सीटों से चुनाव लड़ रहे हैं।
चन्नी के दो सीट से चुनाव लड़ने के फैसले पर आम आदमी पार्टी (आप) के नेता अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘‘ मैंने कहा ही था कि हमारे सर्वेश्रण के अनुसार चमकौर साहिब से चन्नी हार रहे हैं।’’
चन्नी ने तब केजरीवाल को पंजाब के किसी भी निर्वाचन क्षेत्र से उनके खिलाफ चुनाव लड़ने की चुनौती दी थी।
वहीं, सिद्धू ने अमृतसर पूर्व सीट से नामांकन दाखिल करते समय अमरिंदर सिंह को पटियाला छोड़कर उनके खिलाफ चुनाव लड़ने की चुनौती दी थी।
सिद्धू ने शिअद के बिक्रम सिंह मजीठिया को भी चुनौती दी कि वह केवल अमृतसर पूर्व से चुनाव लड़ें और मजीठा विधानसभा सीट किसी और के लिए छोड़ दें।
ऐसा प्रतीत होता है कि मजीठिया ने सिद्धू की चुनौती स्वीकार कर ली है और अब वह सिर्फ अमृतसर पूर्व से चुनाव लड़ेंगे, जबकि मजीठा सीट से उनकी पत्नी गनीव मजीठिया चुनाव लड़ेंगी।
शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ने मंगलवार को कहा था कि वह मजीठा विधानसभा सीट से चुनाव नहीं लड़ेंगे और केवल अमृतसर पूर्व से लड़ेंगे।
मजीठिया की इस घोषणा से पहले सिद्धू ने कहा था, ‘‘ अगर आप में इतनी हिम्मत है और लोगों पर भरोसा है तो मजीठा को छोड़कर यहां केवल एक ही सीट से चुनाव लड़ें।’’
अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को निशाना बनाने की कोशिश करते हुए, सिद्धू ने हाल ही में कहा था, ‘‘ इन दिनों सपनों में भी वे मुझे देख रहे हैं और डर रहे हैं। गीदड़ों का एक झुंड शेर का शिकार करना चाहता है।’’
अपने क्षेत्र से अपनी जीत के प्रति आश्वस्त कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘ जहां धर्म है, वहां जीत होगी।’’
सिद्धू ने कहा, ‘‘ अमृतसर पूर्व कांग्रेस की सीट है, यह हमारे लिए भी प्रतिष्ठा का विषय है। मजीठिया आपने हमारे मैदान से हमें चुनौती दी है, आपको कड़ा जवाब दिया जाएगा।’’
वहीं, मजीठिया ने दावा किया कि सिद्धू अमृतसर पूर्व से हारेंगे, उन्होंने उन पर निर्वाचन क्षेत्र के लोगों के लिए कुछ नहीं करने का आरोप लगाया।
अमरिंदर सिंह पर निशाना साधते हुए सिद्धू ने पीएलसी प्रमुख को पटियाला छोड़ने और अमृतसर पूर्व से चुनाव लड़ने की चुनौती दी, क्योंकि पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा था कि वह सिद्धू को जीतने नहीं देंगे।
पूर्व मुख्यमंत्री ने अमृतसर पूर्व सीट से सिद्धू की ‘‘अपमानजनक’’ हार की भविष्यवाणी की है।
शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने भी चन्नी सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि अगर वह उनके साले और मजीठिया के खिलाफ कोई सबूत लाते हैं, तो वह राजनीति छोड़ देंगे, जिन पर एनडीपीएस मामले में मामला दर्ज किया गया है।
वहीं, केजरीवाल ने सिद्धू और मजीठिया पर एक मौखिक विवाद में लिप्त होने और अमृतसर पूर्व विधानसभा क्षेत्र के लोगों को परेशान करने वाले मुद्दों की अनदेखी करने के लिए निशाना साधा।
भाषा निहारिका अर्पणा
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