बेंगलुरु, दो फरवरी (भाषा) कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने नयी दिल्ली जाने से एक दिन पहले बुधवार को कहा कि वह अपने मंत्रिमंडल के बहु-प्रतीक्षित विस्तार या फेरबदल के संबंध में कोई खुली चर्चा नहीं करना चाहेंगे।
बोम्मई पर अपने मंत्रिमंडल का जल्द ही विस्तार या उसमें फेरबदल करने को लेकर दबाव बढ़ रहा है। पार्टी में ऐसी चर्चा है कि पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के बाद यह कवायद हो सकती है।
उन्होंने यहां पत्रकारों से कहा, ‘‘मैं संसद के मौजूदा बजट सत्र के दौरान राज्य के संसद सदस्यों से मुलाकात का वक्त तय कर रहा हूं। मेरा अंतर राज्यीय जल विवादों के संबंध में राज्य का प्रतिनिधत्व कर रहे वकीलों से भी मुलाकात करने का कार्यक्रम है। इसलिए मैं इसके लिए कल सुबह दिल्ली रवाना हो सकता हूं।’’
दिल्ली दौरे के दौरान मंत्रिमंडल में विस्तार या फेरबदल के संबंध में भारतीय जनता पार्टी के आलाकमान से संभावित चर्चा के सवाल पर उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस मामले पर कोई खुली चर्चा नहीं चाहता।’’
बसनगौड़ा पाटिल यत्नाल और एम पी रेणुकाचार्य समेत कई विधायकों ने 2023 में राज्य में विधानसभा चुनाव का हवाला देते हुए खुले तौर पर कहा है कि अगर मंत्रिमंडल विस्तार में देरी होती है और पांच राज्यों में चुनाव के बाद ऐसा किया जाता है तो नए मंत्रियों के लिए अपने निर्वाचन क्षेत्र में भी काम करने में विलंब होगा।
हाल में कुछ विधायकों ने नए चेहरों को जगह देने के लिए कर्नाटक मंत्रिमंडल में जल्द ही गुजरात की तर्ज पर पूर्ण बदलाव करने को कहा है।
बोम्मई लगातार यह कहते रहे हैं कि वह मंत्रिमंडल विस्तार या फेरबदल के लिए भाजपा नेतृत्व से मंजूरी मिलने का इंतजार कर रहे हैं।
राज्य मंत्रिमंडल में अभी मुख्यमंत्री समेत 30 मंत्री हैं जबकि मंत्रिमंडल की स्वीकार्य संख्या 34 है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मंगलवार को पेश किए गए केंद्रीय बजट में अलग दस्तावेज हैं जिनमें विभाग और राज्य के आधार पर आवंटन हैं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि एक विस्तृत अध्ययन किया जाएगा जिससे पुरानी और नयी योजनाओं और केंद्र से राज्यों को मिलने वाले अनुदान तथा कर्ज के संबंध में तस्वीर साफ हो पाएगी।
बोम्मई ने कहा, ‘‘इन सभी के आधार पर हम सात फरवरी से राज्य के बजट पर फैसला करेंगे, मैंने विभिन्न विभागों के साथ बजट पूर्व परामर्शक बैठकें की हैं। उनकी राय लेने के बाद मैं बजट से संबंधित फैसले करूंगा।’’
वित्त मंत्री का प्रभार संभालने वाले बोम्मई मार्च के पहले सप्ताह में राज्य का बजट पेश कर सकते हैं। वह पहली बार बजट पेश करेंगे।
भाषा गोला शाहिद
शाहिद
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