नयी दिल्ली, एक फरवरी (भाषा) केन्द्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट कार्य मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को कहा कि ‘पीएम गतिशक्ति’ आर्थिक वृद्धि और सतत विकास की दिशा में एक परिवर्तनकारी पद्धति है जो सात इंजनों- सड़क, रेलवे, विमानपत्तन, बंदरगाह, सार्वजनिक परिवहन, जलमार्ग और लॉजिस्टिक अवसंरचना द्वारा संचालित है।
सीतारमण ने संसद में केन्द्रीय बजट 2022-23 पेश करते हुए कहा कि ये सातों इंजन एक साथ मिलकर अर्थव्यवस्था को आगे ले जाएंगे। उन्होंने कहा कि इन इंजनों की सहायता करने में ऊर्जा पारेषण, सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) संचार, भारी मात्रा में जल एवं जल निकास तथा सामाजिक अवसंरचनाएं अपनी पूरक भूमिका अदा करती हैं।
उन्होंने अपने बजट भाषण में कहा कि इस पहल को स्वच्छ ऊर्जा और सबका प्रयास, जिसमें केन्द्र सरकार, राज्य सरकार और निजी क्षेत्रों का संयुक्त प्रयास शामिल है, से शक्ति मिलती है और इसके परिणाम स्वरूप व्यापक स्तर पर रोजगार सृजन हो सकता है तथा विशेष तौर पर युवाओं के लिए उद्यम के अवसरों का भी सृजन हो सकता है।
वित्त मंत्री ने कहा कि पीएम गतिशक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान में आर्थिक परिवर्तन के सात इंजन में निर्बाध, बहुविध संपर्क और लॉजिस्टिक दक्षता शक्ति है। इसमें गतिशक्ति मास्टर प्लान के अनुसार राज्य सरकारों द्वारा तैयार बुनियादी संरचना भी शामिल होगी। उन्होंने कहा कि इसमें नवोन्मेषी तरीकों से वित्तपोषण, प्रौद्योगिकी के उपयोग और अधिक तेजी से क्रियान्वयन पर ध्यान केन्द्रित किया जाएगा।
सीतारमण ने कहा कि राष्ट्रीय इन्फ्रास्ट्रक्चर पाइप लाइन में इन 7 इंजनों से संबंधित परियोजनाओं को पीएम गतिशक्ति रूपरेखा के साथ जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि मास्टर प्लान की विशेषता विश्वस्तरीय आधुनिक अवसंरचना और लोगों और वस्तुओं दोनों के आवागमन के विभिन्न माध्यमों और परियोजनाओं के स्थानों के बीच लॉजिस्टिक समन्वय करने की होगी। उन्होंने कहा कि इससे उत्पादकता को बढ़ाने, आर्थिक वृद्धि एवं विकास में तेजी लाने में मदद मिलेगी।
वित्त मंत्री ने कहा कि 2022-23 में एक्सप्रेस मार्गों के लिए पीएम गतिशक्ति मास्टर प्लान का प्रतिपादन किया जाएगा ताकि लोगों और वस्तुओं का अधिक तेजी से आवागमन हो सके। उन्होंने कहा कि 2022-23 में राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क में 25,000 किलोमीटर का विस्तार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वित्तपोषण के नवोन्मेषी तरीकों से 20,000 करोड़ रुपए जुटाए जाएंगे ताकि सार्वजनिक संसाधनों को पूरा किया जा सके।
सीतारमण ने कहा कि रेलवे पार्सलों की निर्बाध आवाजाही की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए डाक और रेलवे को जोड़ने में अग्रमी भूमिका निभाने के साथ-साथ रेलवे छोटे किसानों तथा लघु एवं मध्यम उद्यमों के लिए नए उत्पाद और कार्यकुशल लॉजिस्टिक सेवाएं विकसित करेगा।
भाषा वैभव पवनेश
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