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Tuesday, 19 November, 2024
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अप्रैल-जून, 2020 में गिरावट के बाद रोजगार के विभिन्न संकेतकों में सुधार: समीक्षा

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नयी दिल्ली, 31 जनवरी (भाषा) देश में रोजगार की स्थिति बेहतर हुई है। कोविड-19 महामारी की रोकथाम के लिये अप्रैल-जून 2020 में देशव्यापी ‘लॉकडाउन’ के समय रोजगार में गिरावट के बाद नौकरी से जुड़े विभिन्न संकेतक अब इसमें तेजी के रुख को दर्शा रहे हैं। संसद में पेश 2021-22 की आर्थिक समीक्षा में यह कहा गया है।

इसमें कहा गया है, ‘‘कोविड महामारी की रोकथाम के लिये 2020-21 की पहली तिमाही में गिरावट के बाद रोजगार से जुड़े विभिन्न संकेतक अब इसमें तेजी का संकेत दे रहे हैं।’’

समीक्षा के अनुसार, तिमाही आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) के आंकड़ों के अनुसार, मार्च, 2021 तक महामारी से प्रभावित शहरी क्षेत्र में रोजगार अब लगभग महामारी-पूर्व स्तर पर पहुंच गया है।

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के आंकड़ों से पता चलता है कि कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के दौरान न केवल संगठित क्षेत्र में नौकरियों बनी रहीं, बल्कि पहली लहर की तुलना में नौकरियों पर इसका प्रतिकूल प्रभाव भी कम रहा।

आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण के अनुसार, अर्थव्यवस्था में पुनरुद्धार के साथ बेरोजगारी दर, श्रम बल भागीदारी दर (एलएफपीआर) और कामगार जनसंख्या दर (डब्ल्यूपीआर) 2020-21 की अंतिम तिमाही के दौरान लगभग महामारी-पूर्व स्तर पर पहुंच गई।

भाषा

रमण अजय

अजय

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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