नयी दिल्ली, 31 जनवरी (भाषा) आर्थिक समीक्षा ने कोविड-19 महामारी की रोकथाम के लिए जारी टीकाकरण को न सिर्फ स्वास्थ्य बल्कि अर्थव्यवस्था को खोलने के लिहाज से भी बेहद अहम बताया है।
संसद में सोमवार को पेश आर्थिक समीक्षा के मुताबिक, कोविड-रोधी टीका देश की बड़ी आबादी को लगना अर्थव्यवस्था के लिहाज से भी बहुत महत्वपूर्ण है। इसके मुताबिक, देश की 70 फीसदी से अधिक वयस्क आबादी को कोविड टीके की दोनों खुराकें लगाई जा चुकी हैं।
गत 16 जनवरी तक देशभर में 156 करोड़ से अधिक खुराकें लगाई जा चुकी थीं। इस दौरान 88 करोड़ से अधिक लोगों ने टीके की कम-से-कम एक खुराक ले ली है, जो वयस्क आबादी का 93 प्रतिशत है।
इसके अलावा 15-18 वर्ष की उम्र वाले 50 प्रतिशत से अधिक किशोरों को भी 19 जनवरी तक कोविड-19 टीके की पहली खुराक लगाई जा चुकी थी। तीन जनवरी से शुरू हुई किशोरों को टीका लगाने की मुहिम भी रफ्तार पकड़ रही है।
आर्थिक समीक्षा के मुताबिक, तमाम राज्यों एवं सभी उम्र समूहों के बीच टीकाकरण की पहुंच बढ़ाकर औऱ कीमतों पर नियंत्रण कम कर टीकाकरण की रफ्तार बढ़ाई गई है।
समीक्षा रिपोर्ट कहती है, ‘‘टीकाकरण केवल स्वास्थ्य के नजरिये से ही नहीं, बल्कि अर्थव्यवस्था को खोलने के लिए भी अहम है। खासकर संपर्क-बाहुल्य सेवाओं के लिए यह बहुत जरूरी है। लिहाजा इसे फिलहाल एक वृहद-आर्थिक संकेतक के तौर पर देखा जाना चाहिए।’’
आर्थिक समीक्षा के मुताबिक, टीकाकरण अभियान काफी तेजी से चल रहा है। पहले अतिरिक्त 10 करोड़ खुराक का लक्ष्य 86 दिन में हासिल होता था, जो अब घटकर 15 दिन पर आ गया है।
भाषा
प्रेम अजय
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