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Saturday, 21 September, 2024
होमदेशचेन्नीथला ने भीड़ हिंसा में मारे गए आदिवासी युवक के मामले में अभियोजक नियुक्त करने का अनुरोध किया

चेन्नीथला ने भीड़ हिंसा में मारे गए आदिवासी युवक के मामले में अभियोजक नियुक्त करने का अनुरोध किया

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तिरुवनंतपुर, 29 जनवरी (भाषा) केरल में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधायक रमेश चेन्नीथला ने एक आदिवासी व्यक्ति की भीड़ द्वारा हत्या किये जाने से जुड़े मामले में विशेष लोक अभियोजक नियुक्त करने का शनिवार को अनुरोध किया। केरल के पालक्काड जिले के अट्टापडी में फरवरी 2018 के दौरान दुकान से खाने की चीजें चुराने के आरोप में भीड़ ने 27 वर्षीय मधु नामक एक आदिवासी व्यक्ति को पीट-पीटकर मार डाला था।

मुख्यमंत्री पिनराई विजयन को लिखे पत्र में चेन्नीथला ने आरोप लगाया कि सरकार आरोपियों की मदद करने के लिए सुनवाई में जानबूझकर बाधा डाल रही है।

उन्होंने कहा, ‘‘सरकार एक आदिवासी युवक की भीड़ के हाथों हत्या के मामले से संबंधित मुकदमे को बाधित करने की कोशिश कर रही है और आरोपी की मदद करने की कोशिश कर रही है। सरकार को मामले में कार्यवाही के लिए तुरंत एक प्रमुख वकील को विशेष लोक अभियोजक नियुक्त करना चाहिए। सभी आरोपियों के लिए सजा सुनिश्चित करने के लिये जरूरी कदम उठाएं।’’ इस मामले में अभियोजक सुनवाई की तारीख 25 जनवरी को अदालत के सामने पेश होने में विफल रहा। इसके बाद अदालत ने वकील की अनुपस्थिति के बारे में पूछताछ की थी। सरकार के सूत्रों ने बताया कि मधु के परिजनों की मांग पर इस मामले में नियुक्त किया गया यह दूसरा अभियोजक है। पहला अभियोजक मधु के परिवार द्वारा सुझाया गया था, लेकिन उसको हटा दिया गया था क्योंकि उसने कुछ अस्वीकार्य मांगें रखी थीं। इनमें अत्यधिक वेतन, एक अलग कार्यालय, एक ऊंचे ओहदे के अधिकारी को सहायक बनाने समेत कई मांगे शामिल थीं। इसके बाद में एक सेवानिवृत्त जिला न्यायाधीश को नियुक्त किया गया, लेकिन वह सर्जरी और बाद में महामारी के कारण पेश नहीं हो पा रहे थे।

हालांकि, वर्ष 2018 में हुए इस मामले में मुकदमे की सुनवाई अभी शुरू होनी बाकी है। पुलिस ने 23 मई, 2018 को 23 फरवरी, 2018 को अट्टापडी में भीड़ के हाथों मधु की हत्या के मामले में आरोपपत्र दाखिल किया था। इस मामले में गिरफ्तार किए गए सभी 16 लोगों पर हत्या समेत विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया था। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक, मधु की दो पसलियां टूट गई थीं। मधु के परिजनों को मुख्यमंत्री राहत कोष से 10 लाख रुपये की मदद दी गई थी और उसकी छोटी बहन को पुलिस में नौकरी दी गई थी।

भाषा संतोष दिलीप

दिलीप

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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