मुंबई, 28 जनवरी (भाषा) अमेरिकी ब्रोकरेज फर्म गोल्डमैन सैक्स ने चेतावनी दी है कि वित्तीय सुदृढ़ीकरण की दिशा में कोई भी अचानक और तेज कदम भारतीय अर्थव्यवस्था में शुरुआती और असमान पुनरुद्धार को थाम सकता है।
ब्रोकरेज फर्म ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि बजट में समग्र मांग, खासतौर से ग्रामीण खपत बढ़ाने पर जोर देना चाहिए और बुनियादी ढांचे में अधिक निवेश करना चाहिए।
गोल्डमैन सैक्स ने बजट-पूर्व टिप्पणी में कहा कि महामारी की एक के बाद एक आई लहरों ने मध्यम अवधि में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के मुकाबले सरकारी कर्ज को कम करना मुश्किल कर दिया है।
रिपोर्ट में राजकोषीय घाटे में लगातार कमी करने का सुझाव दिया गया है और इसे वित्त वर्ष 2022-23 में 0.5 प्रतिशत घटाने और क्रमिक रूप से घटाकर वित्त वर्ष 2025-26 तक 4.5 प्रतिशत तक लाने की बात कही गई है।
ब्रोकरेज फर्म का मानना है कि भले ही कोविड महामारी से संबंधित खर्चों के लिए आवंटन कम हो जाएगा, लेकिन सरकार को कल्याणकारी खर्च जारी रखना होगा और साथ ही पूंजीगत व्यय में 12 प्रतिशत वृद्धि की उम्मीद है।
भाषा पाण्डेय प्रेम
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