ग्वालियर (मध्य प्रदेश), 27 जनवरी (भाषा) केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि राजस्थान के रणथंभौर से मध्य प्रदेश के पन्ना टाइगर रिजर्व तक वन्यजीव गलियारा बनाने का प्रयास किया जा रहा है। इससे इन इलाकों में पर्यटन व विकास गतिविधियां बढ़ेंगी।
प्रस्तावित गलियारे में मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में कुनो-पालपुर वन्यजीव अभयारण्य, शिवपुरी जिले का माधव राष्ट्रीय उद्यान और पन्ना जिले का पन्ना टाइगर रिजर्व शामिल होंगे।
सिंधिया ने बृहस्पतिवार को यहां पत्रकारों से कहा कि कोरोना वायरस के कारण दक्षिण अफ्रीका से चीतों को कुनो-पालपुर अभयारण्य में स्थानांतरित करने के लिए मार्च से लगभग चार सप्ताह की देरी होगी।
उन्होंने कहा, ‘‘रणथंभौर (राष्ट्रीय उद्यान), कुनो-पालपुर (श्योपुर जिला), माधव राष्ट्रीय उद्यान ( शिवपुरी जिला) और पन्ना टाइगर रिजर्व को जोड़ने वाला एक वन्यजीव गलियारा बनाने की योजना है। इससे राजस्थान, मध्य प्रदेश और बुंदेलखंड क्षेत्र का आर्थिक और पर्यटन का विकास होगा।’’
दक्षिण अफ्रीका से चीतों को लाने में देरी का जिक्र करते हुए भाजपा के राज्यसभा सदस्य ने कहा कि इस मुद्दे पर केंद्रीय पर्यावरण और वन मंत्री के साथ चर्चा हो गई है।
सिंधिया ने कहा, ‘‘पहले, वे (चीता) मार्च में (कुनो-पालपुर) आने वाले थे लेकिन अब लगभग चार सप्ताह की देरी होगी। कोरोना वायरस के कारण कार्यक्रम में देरी हुई है।’’
केंद्रीय मंत्री ने ग्वालियर संभाग और जिला स्तर के अधिकारियों के साथ कोरोना वायरस स्थिति की समीक्षा के लिए एक बैठक की भी अध्यक्षता की।
सिंधिया ने कहा कि विस्तृत और तेज टीकाकरण के कारण कोरोना वायरस के ओमीक्रोन स्वरूप का प्रभाव अब तक सीमित है। उन्होंने लोगों से कोविड प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने को कहा।
उन्होंने अधिकारियों से 15-18 वर्ष आयु वर्ग के शत प्रतिशत टीकाकरण और वरिष्ठ नागरिकों (60 साल से ज्यादा आयु के) का समय पर टीकाकरण सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
भाषा दिमो अर्पणा
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