नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस परेड के दौरान जल शक्ति मंत्रालय की झांकी में दर्शाया गया कि कड़ाके की ठंड में भी 13,000 फुट से अधिक ऊंचाई पर स्थित लद्दाख के घरों में जल जीवन मिशन के तहत किस प्रकार नलों से स्वच्छ पानी पहुंचाया जाता है.
झांकी में आगे की ओर ‘हर घर जल’ योजना की उपलब्धि और ग्रामीण जलापूर्ति की सामूहिक साझेदारी के रूप में पानी की एक बूंद को दर्शाया गया.
झांकी के बीच के हिस्से में अपने घरों, स्कूलों और आंगनवाड़ियों में नल का स्वच्छ जल मिलने के कारण सुखी समुदाय को दिखाया गया है. इसमें दिखाया गया कि कैसे प्रशिक्षित स्थानीय महिलाएं ‘फील्ड टेस्ट किट’ का उपयोग करके पानी की गुणवत्ता का परीक्षण करती हैं.
झांकी के सबसे पिछले हिस्से में दिखाया गया कि जब तापमान शून्य से 20 डिग्री सेल्सियस नीचे चला जाता है, जलाशय जम जाते हैं, जलापूर्ति लाइन काम करना बंद कर देती हैं, पाइप फट जाते हैं और सामग्रियों की आपूर्ति बुरी तरह प्रभावित होती है और पशुओं और हेलीकॉप्टरों की मदद से निर्माण सामग्री को पहुंचाया जाता है. इस हिस्से में जमे हुए जलाशयों से पानी लाने में पेश होने वाली तकनीकी चुनौतियों को भी दिखाया गया है.
भाषा सिम्मी वैभव
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