नयी दिल्ली, 25 जनवरी (भाषा) चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआई) ने सप्ताहांत कर्फ्यू और यहां दुकानें खोलने के लिए सम-विषम नियम को हटाने का दिल्ली सरकार पर दबाव बनाने के लिए मंगलवार को एक अभियान शुरू किया।
उसने कहा कि कोविड-19 से संबंधित मुद्दों पर निर्णय लेने वाले सर्वोच्च निकाय दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) यदि पाबंदियां जारी रखने का फैसला करता है तो व्यापारी भूखे मर जाएंगे और और कारोबार को तबाह हो जाएगा।
‘सम-विषम व्यवस्था हटाओ और सप्ताहांत कर्फ्यू हटाओ, दिल्ली का कारोबार बचाओ’’ रैली यहां कश्मीरी गेट मार्केट से शुरू हुई जिसमें लगभग 50 बाजारों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।
सीटीआई के अध्यक्ष बृजेश गोयल ने कहा कि अभियान अगले तीन दिनों तक 100 से अधिक बाजारों में चलेगा और सभी बाजार संघों से इसी तरह के अभियान चलाने का अनुरोध किया गया है।
गोयल ने कहा, ‘‘हम सरकार से सप्ताहांत कर्फ्यू हटाने और दुकानों के लिए सम-विषम नियम को समाप्त करने की मांग कर रहे हैं। इन पाबंदियों से व्यापार बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। इन पाबंदियों को जारी रखने का कोई मतलब नहीं है क्योंकि कोविड-19 मामलों की संख्या घट रही है।’’
डीडीएमए ने स्थिति की समीक्षा के लिए 27 जनवरी को एक बैठक आहूत की है।
सीटीआई अध्यक्ष सुभाष खंडेलवाल के एक बयान में कहा, ‘‘दिल्ली के व्यवसायों को बचाने के लिए सम-विषम नियम और सप्ताहांत कर्फ्यू हटा दें। अगर पाबंदियों को नहीं हटाया गया तो व्यापारी भूखे मर जाएंगे।’’
यह दिखाने के लिए कि दिल्ली में कोविड-19 के मामले घट रहे हैं, उन्होंने कहा कि सोमवार को 5,760 नए मामले सामने आए थे, जबकि 14,836 मरीज ठीक हुए।
उन्होंने कहा, ‘‘दिल्ली में संक्रमण दर घटकर 11.79 प्रतिशत हो गई है। अधिकांश संक्रमित अपने घरों में ठीक हो रहे हैं।’’
भाषा अमित माधव
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