बेंगलुरु, 25 जनवरी (भाषा) आवासीय भूखंडों की ऑनलाइन नीलामी से छेड़छाड़ तथा संपत्ति के पंजीकरण में हुई जालसाजी के संबंध में बेंगलुरु विकास प्राधिकरण (बीडीए) के कर्मियों तथा दलालों के विरुद्ध 14 प्राथमिकी दर्ज की गई है। पीटीआई-भाषा को प्राप्त जानकारी के अनुसार, बीडीए के विशेष कार्यदल और सतर्कता इकाई ने 20 जनवरी से 24 जनवरी के बीच शेषाद्रिपुरम पुलिस थाने में उक्त प्राथमिकी दर्ज कराई।
प्राधिकरण के सूत्रों ने बताया कि उन्होंने अर्कावती लेआऊट, अंजनपुरा, बनशंकरी, जे पी नगर, नवनिर्मित नादप्रभु केम्पेगौड़ा लेआऊट, नगरभावी, एचबीआर लेआऊट तथा सर एम विश्वेश्वरैया लेआऊट में नीलामी के लिए भूखंड रखे थे। निवेशकों को आश्वस्त कराया गया था कि नीलामी की वेबसाइट से छेड़खानी नहीं की जा सकती।
बाद में पता चला कि बीडीए के कर्मियों ने फर्जी तौर पर प्रॉपर्टी खरीदने वालों के साथ मिलकर एक बैंक चालान के जरिये फर्जी भुगतान दिखाया। इसके बाद वेबसाइट बंद कर दी गई, फर्जी कागजात बनाए गए और फर्जी खरीदारों को बेचे गए। प्लाट खरीदने के भी फर्जी दस्तावेज बनाने की घटनाएं सामने आईं। ज्यादातर प्राथमिकी में कमलम्मा, मंगल, वेंकटरामनप्पा, अनिल कुमार, संजय कुमार और विरूपाक्षप्पा का नाम दर्ज है जो बीडीए के कर्मी हैं।
सूत्रों के अनुसार, यह सैकड़ों करोड़ों रुपये का घोटाला हो सकता है। बीडीए के अध्यक्ष और येलाहंका से भाजपा विधायक एस. आर. विश्वनाथ ने पीटीआई-भाषा से कहा कि दलालों और कर्मियों द्वारा ऑनलाइन पोर्टल से छेड़खानी कर धोखाधड़ी करने की बात सामने आने के बाद प्राथमिकी दर्ज की गई।
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