नयी दिल्ली, 25 जनवरी (भाषा) जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (जेएनयूटीए) ने विश्वविद्यालय के नए कुलपति की नियुक्ति में देरी पर मंगलवार को सवाल उठाए। पिछले कुलपति का कार्यकाल समाप्त हुए लगभग एक साल हो चुका है।
जेएनयू शिक्षक संघ ने एक बयान में कहा, ‘‘ विश्वविद्यालय प्रणाली में कुलपति का पद महत्वपूर्ण होता है। देश के प्रमुख विश्वविद्यालयों में से एक जेएनयू एक साल से अधिक समय से बिना स्थायी कुलपति के काम कर रहा है। कई अन्य केन्द्रीय विश्वविद्यालय, जहां इसी तरह पद खाली थे, वहां नई नियुक्तियां हो गई हैं। फिर जेएनयू के मामले में देरी की क्या वजह है?’’
वर्तमान में एम जगदीश कुमार को शिक्षा मंत्रालय द्वारा उनके उत्तराधिकारी की नियुक्ति तक कार्यवाहक कुलपति नियुक्त किया गया है। वह 2016 में जेएनयू के कुलपति नियुक्त किए गए थे।
शिक्षक संघ ने आरोप लगाया, ‘‘ शिक्षा मंत्रालय द्वारा जारी निर्देश और जेएनयू के अपने कानूनों के प्रावधान के अनुसार वह कुलपति जिनका कार्यकाल औपचारिक रूप से समाप्त हो चुका है, वो नीतिगत मामलों पर निर्णय नहीं ले सकते। फिर भी, कार्यवाहक कुलपति द्वारा बिना किसी चर्चा के नीतिगत मामलों से संबंधित महत्वपूर्ण निर्णय लिए जा रहे हैं, जिसके लंबे समय में जेएनयू के लिये दूरगामी परिणाम होंगे।’’
एम जगदीश कुमार की ओर से इस मुद्दे पर अभी तक कोई टिप्पणी नहीं की गई है।
भाषा निहारिका दिलीप
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