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पटना, 23 जनवरी (भाषा) मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन ने रविवार को बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की फिर से वकालत करते हुए कहा कि वह इस मांग को सड़क से सदन तक उठाते रहेंगे।
ललन ने ट्वीट किया, ‘‘केंद्र सरकार से बिहार के लिए विशेष राज्य के दर्जे की मांग करना कोई भीख मांगना नहीं है, बल्कि बिहार के लोग अपना हक मांग रहे हैं। बिहारवासियों के हक की आवाज़ हमलोग सड़क से सदन तक उठाते रहेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलने से विकासोन्मुख योजनाओं में वित्तीय सहायता मिलेगी और तभी बिहार विकास दर के राष्ट्रीय औसत को छू पाएगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी के कुशल नेतृत्व में बिहार तेजी से आगे बढ़ा है।’’ ललन ने कहा, ‘‘बिहार में संसाधन का अभाव है फिर भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी की कार्यकुशलता के बदौलत बिहार की विकास दर कई वर्षों से दो अंकों में बनी हुई है। विशेष राज्य का दर्जा बिहार के हित में है।’’ ललन ने अपने ट्वीट के साथ एक पोस्टर और एक वीडियो भी साझा किया है जिसमें उन लाभों को गिनाया गया गया है जो विशेष दर्जा मिलने पर मिल सकते हैं। उन्होंने लंबे समय से चली आ रही मांग को पूरा नहीं किए जाने पर दुख व्यक्त किया। जदयू द्वारा बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने को लेकर यह आक्रामक रुख का कारण उसकी सहयोगी भाजपा द्वारा इस मुद्दे को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाना है। बिहार भाजपा अध्यक्ष संजय जायसवाल ने पिछले हफ्ते विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग को यह दावा करते हुए खारिज कर दिया था कि बिहार को मिलने वाली केंद्रीय सहायता महाराष्ट्र जैसे अधिक आबादी वाले प्रांत से अधिक है।
उन्होंने यह भी रेखांकित किया था कि 14वें वित्त आयोग द्वारा विशेष दर्जा देने के प्रावधान को समाप्त कर दिया गया है और 15वें से इसकी बहाली के लिए कोई सिफारिश नहीं आ रही है। राज्य को आवश्यक अनुमोदन आने का इंतजार करना चाहिए।
भाषा अनवर संतोष
संतोष
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