चंडीगढ़ः पंजाब के मलेरकोटला में एक जनसभा के दौरान साम्प्रदायिक टिप्पणियां करने के आरोप में प्रदेश के पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) मोहम्मद मुस्तफा के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी.
मुस्तफा कांग्रेस की राज्य इकाई के प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू के प्रमुख रणनीतिक सलाहकार हैं. मुस्तफा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किए जाने से एक दिन पहले सोशल मीडिया पर एक वीडियो सामने आया था, जिसमें वह कथित टिप्पणियां करते दिख रहे हैं.
मलेरकोटला की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रवजोत कौर ग्रेवाल ने कहा, ‘जनप्रतिनिधि कानून के तहत भारतीय दंड संहिता की धारा 153-ए और धारा 125 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है.’
आरोपों के तहत मुस्तफा के खिलाफ चुनावी लाभ लेने के लिए धर्म, नस्ल एवं अन्य पहचानों के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देने के मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई है.
मलेरकोटला के एक पुलिस अधिकारी की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज की गई है. मुस्तफा पंजाब की कैबिनेट मंत्री रजिया सुल्ताना के पति हैं, जो पंजाब के मुस्लिम बहुल जिले मलेरकोटला विधानसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार हैं.
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शनिवार को मुस्तफा पर एक जनसभा के दौरान ‘हिंदुओं’ के खिलाफ विवादित बयान देने का आरोप लगाया था, जबकि मुस्तफा ने इस आरोप को सिरे से खारिज किया.
मुस्तफा का एक कथित वीडियो भाजपा नेताओं, संबित पात्रा एवं शाजिया इल्मी ने अपने ट्विटर हैंडल पर साझा किया.
प्रदेश भाजपा महासचिव सुभाष शर्मा ने कहा कि उनकी पार्टी मुस्तफा के विरुद्ध मामला दर्ज करने की मांग करते हुए चुनाव आयोग के पास उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराएगी.
आम आदमी पार्टी के नेता राघव चड्ढा ने भी मुस्तफा की कथित टिप्पणी को लेकर उनकी निंदा की और आरोप लगाया कि कांग्रेस विधानसभा चुनाव के करीब राज्य का माहौल बिगाड़ने का प्रयास कर रही है.
भाजपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता इल्मी ने यहां मीडिया को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि मुस्तफा ने अपने बयान में ‘हिंदू’ शब्द का इस्तेमाल किया.
भाजपा ने संवाददाता सम्मेलन में कथित वीडियो क्लिप दिखाया, जिसमें मुस्तफा 20 जनवरी को मालेरकोटला में एक जनसभा में यह कहते हुए सुने जा सकते हैं, ‘मैं अल्लाह की कसम खाता हूं कि मैं उन्हें कोई कार्यक्रम नहीं करने दूंगा. मैं ‘कौमी फौजी’ हूं…मैं आरएसएस का एजेंट नहीं हूं जो डर के मारे घर में छिप जाएगा.’
उन्होंने कथित रूप से वीडियो में कहा, ‘यदि वे फिर से ऐसा करने का प्रयास करेंगे तो मैं अल्लाह की कसम खाता हूं कि मैं उन्हें उनके घर में पीटूंगा.’
हालांकि, मुस्तफा ने ‘हिंदू’ शब्द का इस्तेमाल करने से इनकार किया है और कहा कि उन्होंने बस आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया था क्योंकि उनमें से कुछ ने उनका पीछा किया था और उनके साथ दुर्व्यवहार करने का प्रयास किया था.
बता दें कि इस घटना ने पंजाब की राजनीति को एक बार फिर से गर्म कर दिया है. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए अमरिंदर सिंह ने कहा, ‘इस आदमी को जेल में डाल देना चाहिए मैंने वीडियो सुना है. वह पंजाब की शांति को भंग करने की कोशिश कर रहा है.’
बीजेपी और आम आदमी पार्टी ने भी मुस्तफा के ऊपर भड़काने वाले बयान देने का आरोप लगाया था. पंजाब बीजेपी के महासचिव महासचिव सुभाष शर्मा ने शनिवार को कहा था कि उनकी पार्टी मुस्तफा के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराएगी.
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