(सज्जाद हुसैन)
इस्लामाबाद, 21 जनवरी (भाषा) पाकिस्तान ने शुक्रवार को कहा कि उसने मानवीय सहायता के रूप में अफगानिस्तान में गेहूं की खेप भेजने को लेकर किए गए प्रबंधों के बारे में भारत को अवगत करा दिया है और पहली खेप भेजने की तारीख पर नई दिल्ली से प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा है।
विदेश कार्यालय के प्रवक्ता असीम इफ्तिखार अहमद ने साप्ताहिक ब्रीफिंग में कहा कि भारत को मानवीय दृष्टिकोण के आधार पर और अपवाद के तौर पर पाकिस्तान के रास्ते अफगानिस्तान में गेहूं भेजने की अनुमति दी गई थी।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने भारत को पाकिस्तान द्वारा किये गये प्रबंध का जरूरी ब्योरा बता दिया है और लगभग तीन सप्ताह हो चुके हैं। हम पहली खेप भेजने की तारीख और अन्य संबंधित सूचना को लेकर भारत के जवाब की प्रतीक्षा कर रहे हैं।’’
भारत ने पड़ोसी देश के रास्ते अफगानिस्तान को 50 हजार टन गेहूं और जीवन रक्षक दवाएं भेजने को लेकर गत वर्ष अक्टूबर में पाकिस्तान को प्रस्ताव भेजा था, जिसका जवाब 24 नवम्बर को भेजा चुका है।
भारत ने पिछले माह कहा था कि वह पाकिस्तान के रास्ते अफगानिस्तान को गेहूं और दवाओं की खेप भेजने के लिए तौर-तरीकों को लेकर पाकिस्तानी अधिकारियों के सम्पर्क में है।
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदन बागची ने नई दिल्ली में मीडिया ब्रीफिंग में संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम अफगानिस्तान के लोगों को मानवीय सहायता के तौर पर 50 हजार टन गेहूं और अन्य मेडिकल सामग्रियां भेजने के लिए पाकिस्तानी अधिकारियों से सम्पर्क में हैं। यह बहुत ही जटिल अभियान है और मैं आप लोगों से भी धैर्य बनाये रखने का अनुरोध करुंगा।’’
इस्लामाबाद में विदेश कार्यालय के प्रवक्ता अहमद ने कहा कि पाकिस्तान, भारत सहित अपने सभी पड़ोसी देशों के साथ दोस्ताना संबंध चाहता है। उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान, पड़ोसी देश भारत से सार्थक, संरचनात्मक और परिणामोन्मुखी संवाद को लेकर प्रतिबद्ध हैं, लेकिन इसके लिए माकूल माहौल बनाने का सारा दारोमदार अब भारत पर है।’’
भारत ने कहा है कि वह पाकिस्तान के साथ सामान्य पड़ोसी का रिश्ता चाहता है, जो आतंकवाद, दुश्मनी और हिंसा से मुक्त हो। भारत का कहना है कि बातचीत और आतंकवाद साथ-साथ नहीं चल सकते।
भाषा
सुरेश देवेंद्र
देवेंद्र
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.